By अंकित सिंह | Feb 15, 2024
केंद्र सरकार के खिलाफ पंजाब के किसानों का 'दिल्ली चलो' मार्च गुरुवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गया। 'दिल्ली चलो' प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हरियाणा पुलिस की कार्रवाई को लेकर पंजाब में कई स्थानों पर किसानों के पटरियों पर बैठने के बाद गुरुवार को दिल्ली-अमृतसर मार्ग पर कुछ ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया। आज किसानों की बड़ी बैठक हुई है। इस बैठक में तीन अहम फैसले भी लिए गए हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज तीन फैसले लिए गए, पहला ये कि हम कल हरियाणा को 3 घंटे के लिए टोल फ्री रखेंगे, दोपहर 12 बजे से शाम 3 बजे तक।
इसके साथ ही चढूनी ने आगे कहा कि परसों 18 तारीख को दोपहर 12 बजे से हर तहसील पर ट्रैक्टर परेड होगी। फरवरी में सभी किसान और मजदूर संगठनों की संयुक्त बैठक होगी। उसी बैठक में आगे के फैसले लिए जाएंगे। किसानों के विरोध प्रदर्शन पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि टिप्पणी करना उचित नहीं है लेकिन यह स्पष्ट है कि उन्हें (किसानों को) कहीं न कहीं से समर्थन मिल रहा है।' उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार उन्हें रोक सकती थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, इससे पता चलता है कि कुछ समझ होनी चाहिए। दिल्ली सरकार का कहना है कि वो किसान आंदोलन के समर्थन में हैं।
किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन का बृहस्पतिवार को तीसरा दिन है और दिल्ली व हरियाणा के बीच दो प्रमुख सीमाओं पर वाहनों की आवाजाही बंद है, जबकि राष्ट्रीय राजधानी में महत्वपूर्ण स्थानों पर दंगा रोधी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। हरियाणा से लगी दो सीमाएं - टिकरी और सिंघू - बंद हैं जबकि उत्तर प्रदेश से लगी गाजीपुर सीमा पर सुरक्षा कर्मियों की निगरानी में आवाजाही की अनुमति दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को अंबाला के पास पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर पर रोक दिया है।