By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 29, 2018
नयी दिल्ली। देश भर के किसान 36 घंटे की यात्रा पूरी कर बृहस्पतिवार को रामलीला मैदान में जुटे। इस ऐतिहासिक मैदान पर लाल टोपी पहने और लाल झंडा लिए किसानों ने ‘अयोध्या नहीं, कर्ज माफी चाहिए’ जैसे नारे लगाए। वे रात मैदान में बिताएंगे और शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर संसद की तरफ मार्च करेंगे। मैदान सुबह साढ़े दस बजे से भरना शुरू हो गया जब दिल्ली और हरियाणा तथा पंजाब के किसान जुटने लगे। करीब 13 हजार लोग मैदान में पहुंच चुके हैं और कई अब भी रास्ते में हैं।
आयोजकों ने कहा कि कुछ मैदान में लगे टेंट में सोएंगे वहीं कुछ पास के गुरुद्वारों में चले जाएंगे। ऑल इंडिया किसान सभा के नेता अतुल अंजान ने कहा, ‘‘दिल्ली जल बोर्ड हमें पानी के टैंकर मुहैया कराएगा। आप के स्थानीय विधायक हमें खाने के पैकेट देंगे। दिल्ली क्षेत्र के पांच गुरुद्वारे हमारा सहयोग कर रहे हैं। बंगला साहिब गुरुद्वारा, शीशगंज साहिब, रकाबगंज, बाप साहिब और मजनूं का टीला रात में किसानों के रूकने की व्यवस्था करेंगे।’’
यह भी पढ़ें: नरेंद्र मोदी का आरोप, किसानों की दुर्दशा के लिए ‘नामदार’ जिम्मेवार
उन्होंने कहा कि आप के कार्यकर्ताओं ने आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर टेंट लगाए हैं। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को रामलीला मैदान से संसद मार्ग की तरफ किसानों के मार्च शुरू करने के मद्देनजर सुरक्षा के विस्तृत प्रबंध किए गए हैं। पुलिस ने कहा कि किसानों के मार्च के दौरान सड़के के दोनों तरफ रस्सी होगी और दूसरी तरफ पुलिस तैनात होगी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि यातायात प्रभावित नहीं हो। इस बीच किसानों के रामलीला मैदान की तरफ आने को देखते हुए पुलिस ने बृहस्पतिवार की शाम को यातायात भीड़भाड़ की चेतावनी दी है।