By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 02, 2022
पूर्वी जावा के पुलिस प्रमुख निको अफिंटा ने बताया कि शनिवार देर रात मैच की समाप्ति के बाद हुए विवाद को शांत करने के लिए दंगा रोधी पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े, जिससे समर्थकों के बीच दहशत फैल गई। अफिंटा के मुताबिक, आंसू गैस के गोले के प्रभाव से बचने के लिए सैकड़ों प्रशंसक निकास द्वार की तरफ भागे। उन्होंने बताया कि इस दौरान कुचलने और दम घुटने के कारण 34 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
अफिंटा के अनुसार, 300 से अधिक लोगों को पास के अस्पतालों में ले जाया गया, लेकिन इनमें से कई ने रास्ते में या फिर इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती 180 घायलों में से कई की हालत लगातार बिगड़ रही है, ऐसे में मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।