मुंबई।
भाजपा के वरिष्ठ नेता
देवेन्द्र फडणवीस ने शनिवार को आरोप लगाया कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को लेकर महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार में शामिल तीनों पार्टियों, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनकी कैबिनेट के बीच समन्वय नहीं है। फडणवीस ने कहा कि एमवीए की पार्टियां कहती जरुर हैं कि वे मुख्यमंत्री के साथ हैं लेकिन उनके कामकाज से ऐसा नहीं लगता है। विधानसभा में विपक्ष के नेता फडणवीस ने कहा कि इस महामारी का सामना करने के लिए सभी के बीच समन्वय और एक ही जगह से सभी फैसले होने चाहिए। पिछले साल विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने साथ मिलकर एमवीए का गठन किया था।
ठाणे के प्रभारी मंत्री एकनाथ शिंदे को जिले के कुछ नगर आयुक्तों के तबादले की जानकारी नहीं होने के संबंध में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए फडणवीस ने यह टिप्पणी की। उन्होंने शुक्रवार को मुख्यमंत्री ठाकरे और राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच हुई बैठक के बारे में भी सवाल किए। खबरें हैं कि राज्य में लॉकडाउन 31 जुलाई तक बढ़ाए जाने से राकांपा और कांग्रेस के मंत्री खुश नहीं हैं और इसी को लेकर ठाकरे और पवार के बीच शुक्रवार को बैठक हुई थी। फडणवीस ने कहा, ‘‘मैं पहले ही दिन से कह रहा हूं कि आघाड़ी में समन्वय नहीं है। सरकार में भी समन्वय नहीं है।’’ पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि लॉकडाउन बढ़ाने से पहले उसपर विचार करना चाहिए। उनका कहना है, ‘‘मैं लॉकडाउन के खिलाफ नहीं हूं। लेकिन अब हम अनलॉक की प्रक्रिया में हैं, हम कुछ क्षेत्रों में आंशिक लॉकडाउन के बारे में विचार कर सकते हैं।’’
हालांकि फडणवीस ने पार्टी के कुछ नेताओं के नयी कार्यकारिणी समिति से नाखुश होने के सवालों को टाल दिया। पार्टी की नयी कार्यकारिणी की घोषणा शुक्रवार को ही हुई है। फडणवीस ने कहा कि वह स्वयं, केन्द्रीय मंत्री नीतिन गडकरी, अन्य वरिष्ठ नेता जैसे एकनाथ शिंदे, विनोद तावड़े, पंकज मुंडे और सुधीर मुनगंटीवार कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं। इसलिए, जो भी कार्यकारिणी चला रहा हो, वह मेरा है और मैं उनका हूं। यह सभी की कार्यकारिणी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने केन्द्रीय कार्यकारिणी के लिए कुछ नाम मांगे हैं। हमने उन्हें कुछ नाम दिए। एक नाम आप जानते हैं, दो-तीन और नाम हैं।