बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र का विस्तार संघीय ढांचे में दखल देने का प्रयास : ममता बनर्जी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 25, 2021

सिलीगुड़ी (प.बंगाल)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र का विस्तार करने संबंधी केंद्र के कदम की आलोचना करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि यह देश के संघीय ढांचे में हस्तक्षेप करने का प्रयास है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किलोमीटर के बजाय 50 किलोमीटर के बड़े हिस्से में तलाशी, जब्ती और गिरफ्तारी करने के लिए बल को अधिकृत करने के वास्ते बीएसएफ अधिनियम में संशोधन किया था।

इसे भी पढ़ें: 'भकचोन्हर' पर बिहार में सियासी बवाल, JDU और कांग्रेस ने लालू को बताया दलित विरोधी

बनर्जी ने हालांकि कहा कि राज्य को सीमावर्ती इलाकों में कोई समस्या नहीं है। बनर्जी ने यहां एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक में कहा, ‘‘बीएसएफ मामले के संबंध में, हमने इस कदम का विरोध करते हुए एक पत्र भेजा है। इससे पहले उनका 15 किलोमीटर का क्षेत्राधिकार था, बालुरघाट या कूचबिहार में गोलीबारी की घटनाएं होती थीं। अब उन्होंने इसे बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया है। यह देश के संघीय ढांचे में दखल देने की कोशिश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें सीमावर्ती क्षेत्रों में कोई समस्या नहीं है और बहुत सौहार्दपूर्ण संबंध (पड़ोसी देशों के साथ) साझा करते हैं। इस भ्रम को पैदा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है।

इसे भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश में एक महीने में 550 से अधिक छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित

बीएसएफ को यह देखना चाहिए कि वे किसके लिए जिम्मेदार हैं और हम उसके लिए पूरा समर्थन करेंगे।’’ पश्चिम बंगाल बांग्लादेश, नेपाल और भूटान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है। गौरतलब है कि बनर्जी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से केंद्रीय गृह मंत्रालय की उस अधिसूचना को तुरंत वापस लेने की अपील की थी, जिसमें बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाया गया था।

प्रमुख खबरें

रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री फिको से की वार्ता

जीआरएपी के चौथे चरण के लागू होने के बावजूद दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंची

महिला की मौत की खबर मिलने के बावजूद अल्लू अर्जुन थिएटर से बाहर नहीं गए: हैदराबाद पुलिस

Kisan Diwas 2024: हर साल 23 दिसंबर को मनाया जाता है किसान दिवस, जानिए उद्देश्य और महत्व