हम हार स्वीकार नहीं करेंगे! Exit Poll का डाटा हो गया लीक? इसलिए कांग्रेस ने एग्जिट पोल की TV डिबेट से किया किनारा

By अभिनय आकाश | Jun 01, 2024

लोकसभा चुनाव अपने आखिरी दौर में है। आज सातवें और आखिरी चरण की वोटिंग में अब कुछ घंटे ही शेष रह गए हैं। प्रदेश की 57 सीटों पर वोटिंग हो रही है। इस बार का चुनाव सात चरणों में सपन्न हो रहा है। 75 दिन में रैलियों का शोर जमकर गूंजा, मुद्दों का तूफान उठा, बयानों के  बाण चले। सियासी उठा-पटक भी खूब देखने को मिली। खटाखट, फटाफट, टकाटक सब देखने को मिल गया। सब ने अपनी डफली अपना राग सुनाया। वहीं 4 जून को 18वीं लोकसभा के नतीजे का इंतजार है। चुनाव का परिणाम जानने के लिए हर दिन बेकरार है। लेकिन इससे पहले नतीजों पर दावों का घमासान छिड़ा है। सबके अपने अपने दावे हैं। कोई 400 पार की बात कर रहा है तो कहीं कुछ और ही ख्याली पुलाव पकाते देखा जा रहा है। आज शाम 6 बजे देश में अगले पांच साल तक किसकी सरकार होगी, उसके ऊपर मुहर लग जाएगा। भविष्य ईवीएम में कैद हो जाएगा।  ऐसे में आज शाम 6:30 बजे एग्जिट पोल भी आने वाले हैं। लेकिन उससे पहले ही विपक्ष और खासकर कांग्रेस ने सरेंडर कर दिया है। 

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अलग अलग पार्टियों के अपने अपने स्टेट में पोलिंग रिपोर्ट कराते हैं। पोलिंग एजेंट ने बूथ वाइज रिपोर्ट के जरिए भी कुछ हद तक पार्टियों को अंदाजा लग जाता है।  क्या उन्हें लग गया कि चुनाव में कुछ होने वाला नहीं है। भारतीय जनता पार्टी फिर से जीत की तरफ बढ़ रही है और मोदी जीत की हैट्रिक लगाने वाले हैं। ऐसे में अब आरोपों का दौर शुरू होने वाला है। लेफ्ट माइंडेड मीडिया और जार्ज सोरोस ब्रिगेड  वाले मंच पर इसे जोर शोर से उठाया जा सके। ऐसा लगे की मोदी ने लोगों के समर्थन से चुनाव नहीं जीता बल्कि उनकी जीत की वजह कुछ और है। चुनाव के परिणाम तो 4 जून को आएंगे। लेकिन एग्जिट पोल के पहले ही कांग्रेस ने सबसे पहले सरेंडर किया। 

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समर्थन या विरोध अधिकतर पार्टियों की यही नीति रहती है। आप बता सकते हो कि हम परिणाम का इंतजार करेंगे। एग्जिट पोल बिल्कुल सही ही हो ऐसा तय नहीं है। इसके आंकड़ों में भी अंतर कई बार देखने को मिले हैं। कई राज्यों के चुनावों में बीजेपी की हार जब दिखाई या बताई जा रही थी तो उसने इस तरह के किसी बहस से किनारा नहीं किया था। लेकिन टीवी डिबेट में आत्मनिरिक्षण की बात होती है। हार के कारणों पर पार्टी की चर्चा की बात कही जाती है। लेकिन अगर कोई पहले से ही मन बना ले कि हम हार स्वीकार नहीं करेंगे। उसका ठीकरा, चुनाव आयोग, ईवीएम और पीएम मोदी के रवैये को जिम्मेदार बताएंगे। 

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