ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में बने रहने को लेकर उत्साहित हूं: ऋषि सुनक

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 19, 2022

लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक ने कहा है कि वह दौड़ में बने रहने को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने यह बात पार्टी के मतदाताओं के सर्वेक्षण में अपनी प्रतिद्वंद्वी लिज ट्रस से पिछड़ने के बाद कही। पूर्व वित्त मंत्री सुनक ने ‘आईटीवी’ चैनल को बृहस्पतिवार को दिए साक्षात्कार में कहा कि उन्हें निश्चित रूप से जीत मिलेगी। उन्होंने दोहराया कि उनकी प्रतिद्वंद्वी की तत्काल कर-कटौती योजना अर्थव्यवस्था के लिए महंगी साबित होगी। भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता सुनक ने कहा, मैं प्रधानमंत्री पद की दौड़ में बने रहने को लेकर उत्साहित हूं, मुझे लगता है कि मेरे विचार सही हैं।

इसे भी पढ़ें: दो दर्दनाक गर्भपात सह चुकी हैं काजोल, अजय देवगन के साथ अपने रिश्ते को लेकर एक्ट्रेस ने किया चौंकाने वाला खुलासा

इससे पहले बृहस्पतिवार को ‘स्काई न्यूज’ के लिए यूजीओवी सर्वेक्षण में कहा गया है कि ट्रस ने इस दौड़ में 32 अंक की बढ़त बना रखी है। बोरिस जॉनसन के मंत्रिमंडल के सदस्य रह चुके सुनक ने ‘आईटीवी’ पर व्यापक चर्चा के दौरान स्वीकार किया कि यह थोड़ा अजीब था कि जॉनसन ने पिछले महीने टोरी नेता और ब्रिटिश प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने की घोषणा करने में देरी की।

इसे भी पढ़ें: Janmashtami 2022 | कृष्ण जन्माष्टमी के उत्सव में रंगभर दने वाले बॉलीवुड के गाने, जो कभी पुराने नहीं होंगे

उन्होंने जुलाई के अंत में ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ में हुए नाटकीय घटनाक्रम की ओर इशारा करते हुए कहा कि अंतिम दिनों में जो कुछ हुआ वह थोड़ा अजीब था। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इसे देखने वाले लोग सोच रहे होंगे कि यह क्या हो रहा है।’’ इस घटनाक्रम के बाद जॉनसन ने इस्तीफा देने की घोषणा की थी और उनकी जगह नए प्रधानमंत्री के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। जॉनसन के इस्तीफे से पहले ही सुनक वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके थे।

प्रमुख खबरें

ओडिशा: बोइता बंदना उत्सव के दौरान पांच बच्चे डूबे

राहुल गांधी पर किरण रिजिजू का तंज, उनके संसद में आने के बाद से गिरा लोकसभा में बहस का स्तर

गढ़चिरौली में नक्सलियों के लगाए दो आईईडी बरामद

Jamia Millia Islamia में हिंदुओं का कराया जा रहा जबरन धर्म परिवर्तन? रिपोर्ट में हुए खुलासों से चकरा जाएगा सिर, विश्वविद्यालय जांच के दायरे में आया