By रेनू तिवारी | Nov 30, 2024
कोलकाता में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के एक पूर्व कार्यकर्ता को फर्जी पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल कर भारत में रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बांग्लादेशी नागरिक सलीम मतबर को पुलिस ने पार्क स्ट्रीट इलाके के एक होटल में आधी रात को छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेश के मदारीपुर का रहने वाला सलीम पिछले दो साल से फर्जी पासपोर्ट और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर भारत में रह रहा था। उसने "रवि शर्मा" के नाम से दस्तावेज बनवाए थे। उसके पास से बरामद पासपोर्ट में राजस्थान का पता दर्ज है। दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं और पार्क स्ट्रीट थाने में मामला दर्ज किया गया है।
प्रारंभिक जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि सलीम दो साल पहले एक बिचौलिए के जरिए भारत आया था। चार महीने पहले कोलकाता आने से पहले वह एक राज्य से दूसरे राज्य जाता रहा। कोलकाता में वह मार्क्विस स्ट्रीट इलाके के एक होटल में काम करता था।
पूछताछ के दौरान सलीम ने दावा किया कि वह बांग्लादेश में खालिदा जिया की बीएनपी का सक्रिय सदस्य है। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि सलीम भारत में कैसे आया और किन लोगों ने उसे जाली दस्तावेज हासिल करने में मदद की।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से हिंदुओं और मंदिरों पर लक्षित हमलों को लेकर भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं। रिपोर्टों के अनुसार, 200 से अधिक मंदिरों को निशाना बनाया गया है।
इस सप्ताह की शुरुआत में देशद्रोह के आरोप में हिंदू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी ने आग में घी डालने का काम किया है, जिससे पूरे बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। कोलकाता में बांग्लादेश के उप उच्चायोग के बाहर धार्मिक समूहों द्वारा विरोध प्रदर्शन भी देखा गया है।