By अभिनय आकाश | Sep 19, 2023
भारत के दुश्मन अपने पनाहगाह में भी महफूज नहीं हैं। आतंक की पनाहगाह में इन दिनों कोहराम मचा है। वैसे तो भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इन दिनों आर्थिक तंगहाली के साथ ही राजनीतिक अस्थिरता के दौर से भी गुजर रहा है। लेकिन इन दिनों पाकिस्तान एक और बड़ी समस्या से जूझ रहा है। पाकिस्तान में आतंकी पर यादों को चुन चुन कर मारा जा रहा है। इसलिए पाकिस्तान का हर आतंकी इस वक्त सेफ हाउस की तलाश कर रहा है। पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने हाल ही में वहां के अराजकरपूर्ण हालात के लिए रॉ और भारतीय एजेंसी का हाथ होने का अंदेशा जताया। खौफ का आलम ये है कि हाफिज सईद ने खुद को अंडरग्राउंड कर लिया है। इससे इतर भारत के मोस्ट वांटेड दुश्मनों का चुन-चुनकर सफाया हो रहा है। इसको लेकर भी देश-दुनिया में चर्चा जारी है कि आखिर देश के दुश्मनों को विभिन्न देशों में कौन ठिकाने लगा रहा है।
हाफिज सईद का करीबी था अबू कासिम
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से 9 सितंबर को ये खबर आई कि भारत के वांछित आतंकवादी अबू बकर का एक मस्जिद के अंदर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। प्रतिबंधित लश्कर ए तैयबा से संबंधित रियाज अहमद उर्फ अबू कासिम एक जनवरी को ढांगरी आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था। अबू कासिम को हाफिज सईद का करीबी माना जाता था। कासिम स्थानीय युवाओं को लश्कर में भर्ती करने के काम में भी शामिल था।
हाफिज सईद का शागिर्द खालिद सैफुल्लाह
पिछले महीने महीने ही 12 अगस्त को हाफिज सईद के एक और करीबी खालिद सैफुल्लाह को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। खालिद लंबे समय से पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के लिए समर्थन और फंड जुटाने का काम संभाल रहा था। उसे लश्कर सरगना हाफिज सईद का खास बताया जा रहा है। खालिद सैफुल्लाह लश्कर-ए-तैयबा पाकिस्तान का सक्रिय सदस्य है। वह लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था। खालिद सैफुल्लाह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कसूर में स्थित इलाहाबाद का रहने वाला है।
हिजबुल आतंकी बशीर अहमद की हत्या
फरवरी 2023 में ही जम्मू कश्मीर के रहने वाले हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी बशीर अहमद पीर की पाकिस्तान में अज्ञात हमलावर ने गोलीबारी कर हत्या कर दी। पीर पर भारत सरकार ने यूएपीए लगाया था। भारत सरकार ने उसे यूएपीए के प्रावधानों के तहत आतंकी घोषित किया था। हमलावर ने बशीर अहमद पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई जिससे उसकी मौत हो गई। बशीर अहमद पीर रावलपिंडी में बैठकर हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम कर रहा था।
कश्मीरी आतंकी ढेर
26 फरवरी को अज्ञात लोगों ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन अल बद्र के पूर्व कमांडर सैयद खालिद रजा की हत्या कर दी। फरवरी में ही पाकिस्तान में एक और कश्मीरी आतंकी की हत्या की खबर आई। खालिद रजा कश्मीर में आतंकी कमांडर रह चुका है। अल-बद्र वही कट्टर संगठन है, जो कश्मीर में सक्रिय आतंकियों को ट्रेंड कराता था। इसके बाद वो कराची चला गया। यहां वो फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल का वाइस चेयरमैन बना।
पाकिस्तान मेजर ने रॉ को लेकर किया था बड़ा दावा
पाकिस्तानी सेना के रिटायर मेजर आदिल फारुख राजा ने बड़ा दावा किया था। मई के महीने में पाक के पूर्व मेजर ने दावा किया था कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ लाहौर में ऑपरेशन कर रही है। फारुख के मुताबिक रॉ ने पाकिस्तान में अंदर तक जड़े मजबूत कर ली है। पाकिस्तानी सेना के रिटायर मेजर आदिल फारुख राजा ने बड़ा दावा किया है। पाक के पूर्व मेजर ने दावा किया है कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ लाहौर में ऑपरेशन कर रही है। फारुख के मुताबिक रॉ ने पाकिस्तान में अंदर तक जड़े मजबूत कर ली है।
खालिस्तानियों में भी खौफ का माहौल
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा के सरे शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। खालिस्तान टाइगर फोर्स का मुखिया शाम अपने घर लौट रहा था, तभी बंदूकें चलीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इससे एक महीने पहले 6 मई को इसी तरह, परमजीत सिंह पंजवार लाहौर की सनफ्लावर सोसाइटी में अपने घर के पास अपनी नियमित मॉर्निंग वॉक पर था। एक बाइक पर सवार दो बंदूकधारियों ने गोलियां चलाईं और खालिस्तान कमांडो फोर्स के प्रमुख खून से लथपथ होकर गिर पड़ा। खालिस्तान के एक प्रमुख प्रतिपादक और अलगाववादी अमृतपाल सिंह के हैंडलर अवतार सिंह खांडा का ब्रिटेन के एक अस्पताल में निधन हो गया। खांडा को हाल ही में टर्मिनल कैंसर का पता चला था। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि उनकी मौत का कारण जहर बताया गया। जनवरी में लाहौर के पास एक गुरुद्वारे के परिसर में हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी पीएचडी की हत्या कर दी गई थी। हरमीत सिंह नार्को-टेरर और खालिस्तानी आतंकियों को ट्रेनिंग और ट्रेनिंग देने में शामिल था।