By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 28, 2023
भारत के इंजीनियरिंग समान का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले आठ महीने (अप्रैल-नवंबर) में 1.81 प्रतिशत घटकर 69.46 अरब हो गया। पिछले वर्ष समान अवधि में यह 70.74 अरब अमेरिकी डॉलर था। इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट्स प्रमोशन काउंसिल (ईईपीसी) इंडिया ने यह जानकारी दी। पश्चिम एशिया एवं उत्तरी अफ्रीका (डब्ल्यूएएनए), उत्तर पूर्व एशिया और सीआईएस देशों को इंजीनियरिंग सामान के निर्यात में चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले आठ महीनों (अप्रैल-नवंबर) में सालाना आधार पर वृद्धि दर्ज की गई। इस दौरान उत्तरी अमेरिका, यूरोपीय संघ, आसियान और दक्षिण एशिया जैसे प्रमुख क्षेत्रों में निर्यात में गिरावट आई। ईईपीसी की ओर से बृहस्पतिवार को जारी एक बयान के अनुसार, लौहे तथा इस्पात को छोड़कर इंजीनियरिंग निर्यात में अप्रैल-नवंबर 2023-24 के दौरान सालाना आधार पर 0.79 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की गई।
नवंबर 2023 में भारत से इंजीनियरिंग निर्यात 3.10 प्रतिशत घटकर 7.85 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो नवंबर 2022 में 8.10 अरब अमेरिकी डॉलर था। इंजीनियरिंग निर्यात के नवीनतम आंकड़ों पर ईईपीसी इंडिया के चेयरमैन अरुण कुमार गरोडिया ने कहा, ‘‘ उच्च ब्याज दरें, कमजोर औद्योगिक उत्पादन, जिंस की कीमतों में अस्थिरता तथा व्यापार-प्रतिबंधात्मक उपायों में वृद्धि जैसे कारक वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर रहे हैं। इससे भारत के इंजीनियरिंग समान का निर्यात प्रभावित हो रहा है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ उपरोक्त स्थिति को देखते हुए हम इस कठिन समय का सामना करने के लिए सरकार से मार्गदर्शन और समर्थन चाहते हैं। कच्चे माल की कीमतें और लॉजिस्टिक्स की उच्च लागत जैसे कारक इस वैश्विक व्यापार मंदी की स्थिति में भारतीय निर्यातकों के लिए अतिरिक्त बोझ बन रहे हैं।
हम सरकार से इन मुद्दों पर गौर करने और हमें वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाए रखने के लिए समर्थन जारी रखने का आग्रह करते हैं।’’ ईईपीसी के अनुसार, भारत के कुल व्यापारिक निर्यात में इंजीनियरिंग निर्यात की हिस्सेदारी नवंबर 2023 में 23.17 प्रतिशत रही, जबकि अक्टूबर में यह 24.11 प्रतिशत थी। उद्योग निकाय के अनुसार, सऊदी अरब, रूस, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात और ब्राजील को निर्यात में नवंबर 2023 में सालाना आधार पर वृद्धि देखी गई, जबकि अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, इटली और चीन को निर्यात में गिरावट आई। वहीं ऑस्ट्रेलिया के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर करने के बाद से नवंबर 2023 में पहली बार देश से इंजीनियरिंग निर्यात में गिरावट आई।