By अंकित सिंह | Jun 21, 2024
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर में अपने पहले संबोधन में विधानसभा चुनाव और राज्य का दर्जा वापस करने का वादा किया। उनका यह बयान तब आया जब वह गुरुवार को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में एक युवा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। 2019 में दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित जम्मू और कश्मीर ने अपनी विशेष स्थिति खो दी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा किए गए वादे की प्रतीक्षा कर रहा है। इस क्षेत्र में पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था और नए चुनाव की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
मोदी ने कहा कि अटल जी ने जो इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत का विजन दिया था, उसे आज हम हकीकत में बदलते देख रहे हैं। इस चुनाव में आपने जम्हूरियत को जिताया है। आपने पिछले 35-40 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है। ये दिखाता है कि जम्मू-कश्मीर का नौजवान, जम्हूरियत को लेकर कितने भरोसे से भरा हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। वह समय दूर नहीं जब आप अपने वोट से सरकार चुन सकेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह दिन भी दूर नहीं जब जम्मू-कश्मीर एक राज्य के रूप में अपना भविष्य खुद तय कर सकेगा।
राज्य के दर्जे की वापसी एक प्रमुख विषय रहा है जिसे पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल के दौरान संबोधित किए जाने की उम्मीद है, हालांकि सरकार की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। यह अनुमान लगाया गया था कि विधानसभा चुनाव के बाद राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा, सुप्रीम कोर्ट की सितंबर की समय सीमा के बाद तैयारियां तेज हो गईं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आज सही मायने में भारत का संविधान लागू हुआ है और ये सब कुछ हो रहा है, क्योंकि सबको बांटने वाली आर्टिकल-370 की दीवार अब गिर चुकी है।
हाल की आतंकी घटनाओं पर मोदी ने कहा कि अमन और इंसानियत के दुश्मनों को जम्मू-कश्मीर की तरक्की पसंद नहीं है। आज वो आखिरी कोशिश कर रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर का विकास रूक सके। उन्होंने कहा कि हाल ही में जो आतंकी वारदातें हुईं हैं, उन्हें सरकार ने बहुत गंभीरता से लिया है। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जम्मू-कश्मीर के दुश्मनों को सबक सिखाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे।