By नीरज कुमार दुबे | Aug 29, 2023
मुंबई में विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वह इस गठबंधन का संयोजक नहीं बनना चाहते। उन्होंने कहा है कि उनकी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं है और वह सबको एकजुट करना चाहते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि वह चाहेंगे कि किसी और को विपक्षी गठबंधन का संयोजक बनाया जाए। नीतीश कुमार के इस बयान पर तंज कसते हुए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा है कि विपक्ष को एकजुट वह कर सकता है जिसकी पार्टी मजूबत हो। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार खुद अपने राज्य में कमजोर हैं ऐसे में वह क्या राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को एकजुट करेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है, उसके बाद तृणमूल कांग्रेस और फिर द्रमुक है। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन में शामिल बड़े दलों के नेता अपने अपने राज्य में बीस से 25 सांसद लेकर बैठे हुए हैं जबकि बिहार में सत्ताधारी जनता दल युनाइटेड का अपने बलबूते कोई सांसद नहीं है क्योंकि उसके सभी सांसद राजग के बैनर तले चुनाव जीते थे। प्रशांत किशोर ने कहा कि इसके अलावा राष्ट्रीय जनता दल का एक भी सांसद नहीं है लेकिन मीडिया इस दल को बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में जो महागठबंधन बना था उसकी सफलता देश में या किसी और राज्य में नहीं दोहराई जा सकती।
मुंबई से खबर
जहां तक मुंबई में चल रही इंडिया गठबंधन की बैठक से जुड़ी खबरों की बात है तो आपको बता दें कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी भी इस बैठक में शामिल होंगी। सोनिया गांधी बेंगलुरु की बैठक में भी शामिल हुई थीं। हालांकि वह गठबंधन की पहली बैठक जोकि पटना में हुई थी, वहां नहीं गयी थीं। बताया जा रहा है कि मुंबई में होने वाली बैठक में 'भाजपा चले जाओ' का नारा दिया जाएगा। इस बैठक में विपक्ष के गठबंधन ‘इंडिया’ का ‘लोगो’ भी जारी किया जाएगा। बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को इंडिया गठबंधन का संयोजक चुना जायेगा।
हम आपको बता दें कि भाजपा विरोधी गठबंधन के प्रमुख नेता 31 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई के उपनगर में एक आलीशान होटल में जुटेंगे। ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) में 26 दल शामिल हैं। पटना में जून में पहली बार एक साझा मंच पर एकत्र होने के बाद से विपक्षी दलों की यह तीसरी बैठक होगी। मुंबई में आयोजित होने वाली बैठक में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और आधा दर्जन राज्यों के मुख्यमंत्री समेत अन्य लोग शामिल होंगे। बैठक के दौरान गठबंधन का आधिकारिक ‘लोगो’ जारी किया जाएगा और विपक्षी दलों के नेता 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अपने एजेंडा पर भी चर्चा करेंगे।
इस बैठक के बारे में जानकारी देते हुए महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी ने 1942 में मुंबई से अंग्रेजों को 'चले जाओ' (भारत छोड़ो) का नारा दिया था। इसी तरह मुंबई में ‘इंडिया’ की बैठक में मोदी सरकार के लिए नारा 'चले जाओ'...'भाजपा चले जाओ' दिया जाएगा।'' पटोले ने दावा किया कि ‘इंडिया’ गठबंधन के पास प्रधानमंत्री पद के लिए कई सक्षम उम्मीदवार हैं, लेकिन भाजपा के पास शीर्ष पद के लिए कोई उम्मीदवार नहीं है।
हम आपको यह भी बता दें कि बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उस आशंका पर भी चर्चा होगी जिसके तहत उन्होंने देश में समय से पूर्व लोकसभा चुनाव कराये जाने की बात कही है। ममता बनर्जी ने कहा है कि भाजपा इस साल दिसंबर में ही लोकसभा चुनाव करा सकती है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने चुनाव प्रचार के लिए सभी हेलीकॉप्टर पहले से ही बुक कर लिए हैं। ममता ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए भाजपा ने 'पहले ही सभी हेलीकॉप्टर बुक कर लिए हैं' ताकि अन्य राजनीतिक दल प्रचार के लिए उनका इस्तेमाल नहीं कर सकें।