चुनाव को लेकर बयान पर EC ने लगाई थी फटकार, LG के पद से इस्तीफा, बनाए जा सकते हैं CAG, जेसी मुर्मू के बारे में विस्तार से जानें

By अभिनय आकाश | Aug 06, 2020

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा केंद्र सरकार क भेजा और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गिरीश चंद्र मुर्मू का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया। जिसके बाद मनोज सिन्हा जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल नियुक्त किए गए। मुर्मू का इस्तीफा ऐसे दिन आया है, जब (पूर्ववर्ती राज्य) जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने का एक वर्ष पूरा हुआ है।

कौन हैं जेसी मुर्मू

31 अक्टूबर 2019 को जम्मू कश्मीर के पहले एलजी के रूप में कार्यभार संभाला था। मुर्मू ने पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ एमबीए भी किया है। बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके हैं। वो 1985 बैच के गुजरात कैडर के आइएएस अधिकारी थे। जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब मुर्मू ने उनके प्रधान सचिव के रूप में सेवाएं दी थीं। वह उप राज्यपाल के पद पर नियुक्ति के समय वित्त मंत्रालय में सचिव थे। 

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जम्मू कश्मीर में चुनाव को लेकर बयान पर ईसी से फटकार 

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल जेसी मुर्मू केंद्रशासित प्रदेश में चुनाव के समय को लेकर पिछले दिनों मीडिया में कई बयान दिए थे। उन्होंने कहा था कि कोविड-19 महामारी के अलावा वह चुनाव कराने में कोई अन्य समस्या नहीं देख रहे हैं। वो लगातार केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव को लेकर बयान दे रहे थे और एक बार के बयान में कहा था कि फिलहाल राज्य में चल रहे परिसीमन के बाद चुनाव कराए जा सकते हैं। मुर्मू के बयानों से चुनाव आयोग खासा नाराज हो दिखा था और चुनाव से जुड़ी उनकी टिप्‍पणियों पर फटकार भी लगाई थी। सी ने कहा है कि संवैधानिक प्रावधानों में चुनावों का समय आदि तय करने के लिए केवल चुनाव आयोग ही अधिकृत है। इस प्रकार के बयान चुनाव आयोग को मिले संवैधानिक अधिकारों में हस्तक्षेप करने के समान हैं। योग ने पिछले साल नवंबर और इस साल जून में भी इस संबंध में मुर्मू द्वारा गए बयान का जिक्र किया। आयोग ने एक बयान में कहा, “चुनाव आयोग इस तरह के बयानों को अपवाद मानता है और यह बताना चाहता है कि चुनाव की संवैधानिक योजना में चुनावों का समय आदि पर भारत के चुनाव आयोग को एक मात्र अधिकार है।

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मिल सकता है कैग का पद

प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरीश चंद्र मुर्मू भारत के अगले नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक यानी (कैग) बनाए जा सकते हैं। मौजूदा सीएजी राजीव महर्षि इसी हफ्ते रिटायर होने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक, जीसी मुर्मू को नियंत्रक महालेखा परीक्षक का पद खाली होने के बाद नियुक्त किया जाएगा। कम्पट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल यानी कैग ये पद और इससे जुड़ा नाम विनोद राय कभी यूपीए शासनकाल में खूब सुर्खियों में रहा था। चर्चित 2जी घोटाले और 1 लाख 76 हजार करोड़ के आंकड़े ने उस वक्त पूरे देश में खूब सुर्खियां बटोरी थी। बीते दिनों पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने यूपीए सरकार का यह कहते हुए बचाव किया कि वह तत्कालीन सीएजी विनोद राय के माध्यम से दी गई फर्जी रिपोर्ट का शिकार थी। तिवारी ने कहा कि यूपीए में पूर्व सीएजी विनोद राय और उनके द्वारा 2जी पर दी गई फर्जी रिपोर्ट से भीतरघात की शुरुआत हुई। 


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