यदि आप अपने फेफड़ों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप कुछ स्वस्थ खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में शामिल करेंगे, जो आपके फेफड़ों को सक्रिय और अच्छी तरह से काम करने में मदद करेंगे
अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखने का एक अच्छा तरीका है कि आप नियमित व्यायाम करते रहें और स्वस्थ आहार खाएं। एक स्वस्थ आहार आपको एक लंबा रास्ता तय करने में मदद करता है और आपको किसी भी बीमारी से दूर रखता है। भारत में अत्यधिक वायु प्रदूषण और बड़ी संख्या में धूम्रपान करने वालों की वजह से सांस संबंधी बीमारियाँ निरंतर बढ़ रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनिया में 235 मिलियन लोग अस्थमा से पीड़ित हैं, जो एक गंभीर स्थिति है। इसलिए, यदि आप अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना पड़ेगा और साथ ही साथ पोषक तत्वों को अपने दैनिक भोजन में शामिल करना होगा।
चलिए जानते हैं कुछ पोषक खाद्य पदार्थों के बारे में-
सेब: शोधकर्ताओं ने अच्छे फेफड़ों के कार्य को विटामिन सी, ई और बीटा-कैरोटीन के उच्च इंटेक के साथ जोड़ा है, जो सभी सेब में मौजूद हैं। सेब एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं जो आपके फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
अखरोट: अखरोट ओमेगा -3 फैटी एसिड का एक बड़ा स्रोत है। एक मुट्ठी अखरोट खाने से अस्थमा और अन्य श्वसन सम्बन्धी समस्यायों से लड़ने में मदद मिल सकती है। सूजन या जलन सम्बन्धी बीमारियों में ओमेगा -3 फैटी एसिड को सुरक्षात्मक प्रभाव का पोषक तत्व माना जाता है।
जामुन: बेरी और ब्लूबेरी दो सबसे प्रभावशाली जामुन होते हैं जो आपके फेफड़ों को स्वस्थ रखने में आपकी मदद करते हैं। यह विटामिन सी जैसे एंटीऑक्सिडेंट में प्रचुर हैं, जो सेल्स को नुकसान से लड़ने में मदद करते हैं।
ब्रोकली: ब्रोकली में विटामिन सी, कैरोटीनॉयड, फोलेट और फाइटोकेमिकल्स काफी मात्रा में पाया जाता है, जो फेफड़ों में हानिकारक तत्वों से लड़ते हैं। ब्रोकली में एल-सल्फोराफेन नामक एक सक्रिय घटक होता है, जो कोशिकाओं को हानिकारक तत्वों से लड़ने में मदद करता है।
अदरक: अदरक न केवल एंटी-इन्फ्लैमटॉरी है, बल्कि यह विषहरण में भी मदद करता है और फेफड़ों से प्रदूषकों के उन्मूलन को बढ़ावा देता है। अदरक कंजेस्शन को दूर करने में मदद करता है, वायु-मार्ग को खोलता है और फेफड़ों को परिसंचरण में मदद करता है, जिससे फेफड़ों के स्वास्थ्य को और बढ़ावा मिलता है।
लहसुन: लहसुन में फ्लेवोनॉयड्स होते हैं जो ग्लूटाथियोन के उत्पादन को उत्तेजित करते हैं, जो विषाक्त पदार्थों और कार्सिनोजेन्स के उन्मूलन को बढ़ाने में मदद करते हैं , जिससे आपके फेफड़ों को बेहतर कार्य करने में मदद मिलती है।
हल्दी: हल्दी में मौजूद करक्यूमिन यौगिक की वजह से इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं। यह यौगिक गले के वायुमार्ग की सूजन और अस्थमा से जुड़ी छाती की जकड़न से राहत दिलाने में मदद करता है।
इसलिए आप आज से ही यह सुनिश्चित करें कि आप अपने फेफड़ों को स्वस्थ और सुन्दर रखने के लिए हर दिन अपने आहार में इन खाद्य पदार्थों को शामिल करेंगे।
- शैव्या शुक्ला