पाइल्स या बवासीर एक गंभीर बीमारी है जो आमतौर पर गलत खानपान और अनियमित जीवनशैली के कारण होती है। इसमें मलाशय और गुदा में सूजन आ जाती है और मल त्याग करने में परेशानी होती है। आमतौर पर पाइल्स या बवासीर दो प्रकार की होती है- खूनी बवासीर और मस्से वाला बवासीर। खूनी बवासीर में मल त्याग के साथ खून निकलता है, जबकि मस्से वाले बवासीर में गुदा के आसपास के हिस्से में सूजन आ जाती है। पाइल्स के मरीजों को अपने खानपान का विशेष ध्यान देना चाहिए। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि पाइल्स के मरीजों को अपनी डाइट में कौन सी चीज़ें शामिल करनी चाहिए-
साबुत अनाज
पाइल्स के मरीजों को अपनी डाइट में साबुत अनाज जैसे ओट्स, ब्राउन राइस, मल्टी ग्रेन ब्रेड आदि शामिल करना चाहिए। दरअसल, साबुत अनाज में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जिससे मल नर्म हो जाता है और शौच के समय तकलीफ नहीं होती है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पाइल्स के मरीजों को अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां जरूर शामिल करनी चाहिए। इन सब्जियों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व होते हैं। जिससे पाचन बेहतर होता है। पाइल्स के मरीजों को पालक, पत्ता गोभी, शतावरी, फूलगोभी खीरा, गाजर, प्याज आदि का सेवन करना चाहिए।
केला
पाइल्स के मरीजों के लिए केले का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। केला खाने से गूदे की सूजन कम होती है मल त्याग करना आसान हो जाता है। इसके साथ ही पाइल्स के मरीजों को सेब, अंगूर, जामुन और चेरी जैसे फलों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इन फलों में पोषक तत्वों के साथ एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लामेटरी गुण होते हैं जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
पानी
पाइल्स होने पर भरपूर मात्रा में पानी पिएँ। पाइल्स के मरीजों को दिन में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी पीना चाहिए। ज़्यादा पानी पीने से शरीर में जमा हानिकारक पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इसके साथ ही पानी पीने से मल नरम हो जाता है और शौच के समय दर्द कम होता है।
खीरा और खरबूज
पाइल्स की समस्या को नियंत्रित करने के लिए आप खरबूजे और खीरे का सेवन कर सकते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर और पानी होता है। इससे पाचन बेहरतर होता है और मल त्याग करने में दिक्क्त नहीं होती है। इसके साथ ही खीरा और खरबूज खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है।
- प्रिया मिश्रा