मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, उज्जैन और महाराष्ट्र से लगे जिलों में कोरोना से प्रभावित प्रकरणों की संख्या बढ़ रही है। प्रदेश में किसी भी हालत में स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया जाए। महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। इसकी जवाबदारी बस ऑपरेटरों की होगी। बस ऑपरेटर रिपोर्ट के आधार पर ही यात्रियों को बस में प्रवेश दें। राज्य की सीमा पर पुख्ता चैकिंग की व्यवस्था की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि महाराष्ट्र सीमा से लगे सभी जिलों पर लगातार निगरानी रखी जाए।
स्कूल, कॉलेजों में जागरूकता पर ध्यान देंमुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शासकीय तथा गैर-शासकीय शैक्षणिक संस्थाओं में मास्क का उपयोग अनिवार्य किया जाए। इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाएँ।
सामाजिक संगठन दें टीकाकरण केन्द्रों पर सुविधाएँमुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण केन्द्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएँ। बुजुर्गों सहित सभी व्यक्तियों के बैठने की व्यवस्था, शेड, पेयजल, व्हील-चेयर और टीकाकरण के बाद ऑब्जर्वेशन के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाये। उन्होंने सामाजिक संगठनों से टीकाकरण केन्द्रों पर चाय, पानी, शरबत आदि की व्यवस्था करने की अपील की।
टीकाकरण के साथ दें मार्गदर्शी कार्डमुख्यमंत्री ने कहा कि जिनका टीकाकरण हो रहा है, उन्हें प्रमाण-पत्र के साथ-साथ एक मार्गदर्शी कार्ड भी उपलब्ध कराया जाए, जिसमें अगले टीकाकरण की तिथि, सामान्य जानकारियाँ और आवश्यक सावधानियों के संबंध में उल्लेख हो।
मार्च अंत तक 5595 केन्द्रों पर होगा टीकाकरणबैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में 469 केन्द्रों पर टीकाकरण जारी है। ग्यारह मार्च से 1808 केंद्रों पर टीकाकरण आरंभ हो जाएगा और इस माह के अंत तक 5595 केंद्रों पर टीकाकरण की सुविधा का विस्तार किया जाएगा। अब तक 3 लाख 66 हजार 528 हेल्थ केयर वर्कर्स और 3 लाख 2 हजार 165 फ्रंट लाईन वर्कर्स को प्रथम डोज़ का टीका लग चुका है। साठ साल से अधिक आयु वर्ग के प्राथमिकता वाले आयु समूह के एक लाख 3 हजार 911 व्यक्तियों को भी टीका लगाया जा चुका है।