By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 24, 2022
अन्नाद्रमुक ने पिछले साल दोहरी नेतृत्व प्रणाली को बरकरार रखने औरउसे मजबूती प्रदान करने के लिए नियमों में संशोधन किया था। नियमों में संशोधन के बाद पनीरसेल्वम को निर्विरोध समन्वयक और पलानीस्वामी को संयुक्त समन्वयक घोषित किया गया था। षणमुगम ने संवाददाताओं से कहा कि इस तरह के संशोधनों ने यह अनिवार्य कर दिया था कि समन्वयक और संयुक्त समन्वयक के दो शीर्ष पदों पर प्रत्याशियों का चुनाव पार्टी के प्राथमिक सदस्यों के वोट से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चूंकि पार्टी के दो शीर्ष पदों से संबंधित इन संशोधनों को बृहस्पतिवार को आम परिषद की तरफ से मान्यता और समर्थन नहीं मिला, इसलिए ये शीर्ष दो पद अब समाप्त हो गए हैं। लिहाजा पनीरसेल्वम अब समन्वयक और पलानीस्वामी संयुक्त-समन्वयक नहीं हैं।
पूर्व कानून मंत्री षणमुगम ने पार्टी की नियमावली का हवाला देते हुए कहा कि दोनों अपने अपने अन्य पदों पनीरसेल्वम (कोषाध्यक्ष) और पलानीस्वामी (मुख्यालय सचिव) पर बने रहेंगे। षणमुगम के बयान से साफ होता है कि पलानीस्वामी का गुट उन्हें 11 जुलाई को फिर से होने वाली आम परिषद की बैठक में सर्वोच्च नेता बनाने की दिशा में आगे बढ़ने को लेकर अडिग है।