By प्रिया मिश्रा | Jun 03, 2022
आमतौर पर कॉफी को सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता है। लेकिन इसके बावजूद दुनियाभर में कॉफी के शौक़ीन लोगों की कमी नहीं है। कुछ लोगों के दिन की शुरुआत कॉफी से ही होती है। कॉफी में कैफीन पाया जाता है, जिससे हाई बीपी, कब्ज और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, कॉफी पीने के शौक़ीन लोगों के लिए एक खुशखबरी है। कई वर्षों के एक शोध से पता चलता है कि कॉफी पीने से मृत्यु का खतरा कम होता है। एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, 1.5 से 3.5 कप प्रति दिन, चीनी या बिना चीनी वाली कॉफी पीने से मृत्यु दर कम होती है।
इस अध्ययन में यूके के लगभग 120,000 लोगों को देखा गया, जिन्होंने सात वर्षों में नियमित रूप से बिना चीनी या चीनी वाली कॉफी पी थी। निष्कर्षों में पाया गया कि उन सात सालों के दौरान, जो लोग एक दिन में 1.5 से 3.5 कप कॉफी पीते थे, उनमें कॉफी ना पीने वालों की तुलना में मृत्यु का कम जोखिम था। इन कॉफ़ी पीने वालों ने हर कप में एक चम्मच चीनी भी ली थी।
शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग बिना चीनी वाली कॉफी पीते थे, अध्ययन अवधि के दौरान उनके मरने की संभावना जो कॉफी बिल्कुल नहीं पीते थे, उनकी तुलना में 16 प्रतिशत से 21 प्रतिशत कम थी। लेकिन शोधकर्ता यह नहीं कह सके कि परिणाम के लिए कॉफी सीधे जिम्मेदार है या नहीं। उन्होंने यह भी पाया कि जिन प्रतिभागियों ने रोजाना 1.5 से 3.5 कप चीनी वाली मीठी कॉफी पी थी, उनके मरने की संभावना उन प्रतिभागियों की तुलना में 29-31% कम थी जो कॉफी नहीं पीते थे। शोधकर्ताओं ने यह भी नोट किया कि मीठी कॉफी पीने वाले वयस्कों ने औसतन प्रति कप कॉफी में केवल 1 चम्मच चीनी डाली। हालांकि, परिणाम उन प्रतिभागियों के लिए अनिर्णायक थे जिन्होंने अपनी कॉफी में कृत्रिम मिठास (Artificial Sweetner) का इस्तेमाल किया था।
वैज्ञानिकों ने कहा, "आंकड़ों के आधार पर, चिकित्सक अपने मरीजों को बता सकते हैं कि अधिकांश कॉफी पीने वालों को इसे बिल्कुल छोड़ने की जरूरत नहीं है, बल्कि हाई कैलोरी वाली कॉफी से परहेज करने की जरूरत है।"
- प्रिया मिश्रा