By अंकित सिंह | Jul 21, 2022
देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पिछले 1 महीने से राजनीतिक सरगर्मियां तेज थी। 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुआ था। आज उसके नतीजे आ रहे हैं। पहले और दूसरे राउंड में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने यशवंत सिन्हा की तुलना में अपनी बढ़त बना ली है। पहले राउंड में द्रौपदी मुर्मू को 780 सांसदों के वोटों में से 540 सांसदों के वोट मिले हैं। इन की वैल्यू तीन लाख 78 हजार है। अगर हम बात यशवंत सिन्हा की करें तो उन्हें 208 सांसदों के वोट मिले जिनकी वैल्यू 145600 है। जानकारी के मुताबिक कुल 15 सांसदों के वोट अमान्य निकले हैं। वर्तमान में 10 राज्यों के वोटों की गिनती हो रही है। आपको बता दें कि 13 सांसद और 34 विधायकों ने वोट नहीं डाला था।
मुर्मू को आधिकारिक रूप से समर्थन देने वाले दलों की संख्या बल के अतिरिक्त उन्हें पांच से छह और सांसदों के वोट मिलने का अनुमान है। चुनाव से पहले विभिन्न दलों के 538 सांसदों ने मुर्मू को अपना समर्थन दिया था, लेकिन उनमें से कुछ ने वोट नहीं दिया। पहले राउंड में द्रौपदी मुर्मू ने इस जबरदस्त बढ़त बना ली है। वहीं, दूसरे दौर के बाद जहां पहले 10 राज्यों के मतपत्रों की गणना की गई उसमें कुल वैध मत 1138 हैं जिनकी कुल वैल्यू 1,49,575 है। इसमें से द्रौपदी मुर्मू को 809 वोट मिले, जिनकी वैल्यू 1,05,299 और यशवंत सिन्हा को 329 वोट मिले, जिनकी वैल्यू 44,276 है।
यही कारण है कि हर तरफ अब जश्न मनाने की तैयारी की जा रही है। जानकारी के मुताबिक द्रौपदी मुर्मू की जीत के बाद ओडिशा से लेकर दिल्ली तक जबरदस्त जश्न मनाया जाएगा। दिल्ली में द्रौपदी मुर्मू के आवास पर रेड कारपेट बिछा दिया गया है। इसके साथ ही खबर यह भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नतीजों के बाद द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात के लिए पहुंच सकते हैं।
द्रौपदी मुर्मू के गांव रायरंगपुर में भी लोग जश्न बना रखे हैं। दूसरी ओर मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फेयरवेल डिनर देंगे। यह कार्यक्रम शुक्रवार को होटल अशोका में शाम 5:30 बजे होगा। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान लोक कलाकारों के साथ आदिवासी नृत्य करते दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि आज देश में नया इतिहास बनेगा। देश की अगली राष्ट्रपति की थोड़े समय में विधिवत रूप से घोषणा हो जाएगी। एक आदिवासी घर की बेटी (द्रौपदी मुर्मू) देश की अगली राष्ट्रपति चुनी जाएंगी। देश में खुशी है कि पहली बार प्रजातंत्र का सही मायना सामने आ रहा है।