By अभिनय आकाश | Apr 06, 2023
चीन की विस्तारवादी नीति पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है। भारत कई सालों से चीन से परेशान है। ड्रैगन की साजिशों की एक लंबी चौड़ी फेहरिस्त हर दो चार दिन पर नजर आ जाती है। गलवान झड़प के बाद से ही दोनों देशों के बीच के संबंध लगातार तनावपूर्ण ही रहे हैं। भारत और चीन के बीच हालात अब पहले जैसे नहीं रहे हैं।
चीन भारत के साथ विवादित सीमा पर दो तिब्बती कस्बों को शहर का दर्जा देने पर काम कर रहा है। चीन के इस कदम से भारत के साथ उसके रिश्ते में और भी तल्खी आ सकती है। चीन की तरफ से ये घोषणा ऐसे समय पर की गई है जब कुछ दिनों पहले ही बीजिंग ने भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश पर फिर से अपने दावे पर जोर देने के मकसद से चीनी, तिब्बती, पिनयिन अक्षरों में नामों की तीसरी लिस्ट जारी की है। चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश के लिए 11 जगहों के मानकीकृत नाम जारी किए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एलएसी के पूर्वी हिस्से के पास दो कस्बो मिलिन और कोहना को शहरों का दर्जा दिया जाएगा। इसके बाद इनका प्रशासन क्षेत्रीय सरकार के अंतर्गत आ जाएगा। दोनों क्षेत्रों की आबादी 25 हजार से कम है। मिलिन को मेनलिंग के नाम से भी जाना जाता है। ये इलाका चीन के लिए एक अहम सीमावर्ती शहर और यातायात का मुख्य केंद्र है। 180 किलोमीटर तक ये भारतीय सीमा के साथ लगा हुआ है। वहीं कुओन की दक्षिण पश्चिम सीमा भूटान से मिलती है।