चीन ताइवान के बीच 73 साल पुराना विवाद रूस यूक्रेन युद्ध के बीच एक बार फिर से गर्मा गया है। वहीं अमेरिका ने इस आग में घी डालने का काम किया है। चीन की तमाम धमकियों के बावजूद हाल ही में अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने ताइवान का दौरा किया। नैंसी के दौरे से बौखलाया चीन ताइवान को हमले की धमकी दे रहा है। ड्रैगन को अमेरिका का ताइवान की स्वतंत्रता के पक्ष में खुल कर समर्थन करना हजम नहीं हो रहा है। वहीं ताइवान ने ताइवान ने चीनी सेना पर शनिवार को अपने मुख्य द्वीप पर हमले का अनुकरण करने का आरोप लगाया है।
बीजिंग ने वाशिंगटन के साथ सहयोग को निलंबित करने की घोषणा के बाद अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइपे यात्रा के बाद चीन बुरी तरह बौखला गया है। बता दें कि पेलोसी की चीन के स्व-शासित पड़ोसी देश ताइवान, - जिसे वह अपने क्षेत्र के रूप में दावा करता है की यात्रा के मद्देनजर दोनों महाशक्तियों के बीच संबंधों में खटास आई है।
विश्लेषकों का कहना है कि बीजिंग ने शनिवार को ताइवान के आसपास अपने सबसे बड़े सैन्य अभ्यासों को कुछ और दिन जारी रख सकता है। अभ्यास का उद्देश्य नाकाबंदी और द्वीप पर अंतिम आक्रमण करना था। इस संबंध में ताइपे ने कहा कि उसने ताइवान जलडमरूमध्य में "कई" चीनी विमानों और जहाजों का संचालन देखा है। ताइवान का मानना है कि वे स्व-शासित लोकतंत्र के मुख्य द्वीप पर हमले की नकल कर रहे हैं।