By अनन्या मिश्रा | Aug 17, 2023
मलमास को अधिक मास भी कहा जाता है। बता दें कि अधिकमास के स्वामी भगवान श्रीहरि विष्णु हैं। मलमास को पुरुषोत्तम मास के नाम से भी जाना जाता है। मलमास की शुरूआत 18 जुलाई से हुई थी। वहीं 16 अगस्त को अमावस्या के दिन अधिकमास का समापन होगा। मान्यता के अनुसार, जो भी व्यक्ति अधिकमास में पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना करता है, उसे भगवान श्रीहरि विष्णु और भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस महीने में दान देने का काफी महत्व है।
अधिक मास में दान-पुण्य करने से व्यक्ति को इसका दोगुना फल प्राप्त होता है। इसके साथ ही व्यक्ति के जीवन में आने वाली सभी समस्याओं का अंत हो जाता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि अधिक मास में किन चीजों के दान से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
भगवान विष्णु की करें विशेष पूजा
बता दें कि जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं, तो इसे संक्रांति कहा जाता है। वहीं सूर्य नारायण हर माह राशि परिवर्तन करते हैं। जिसमें शुभ कार्य किए जाते हैं। लेकिन जब सूर्य देव राशि परिवर्तन नहीं करते हैं, तो उसे मलमास यानी की अधिक मास कहते हैं। अधिक मास में भगवान श्रीहरि विष्णु की सच्चे मन से पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
मलमास में करें इन चीजों का दान
कलह-क्लेश से बचने के लिए
अगर आपके घर में आए दिन कलह या विवाद आदि हुआ करता है। तो अधिकमास में केले का दान करना चाहिए। इससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और परिवार के सदस्यों के बीच आपसी प्रेम बढ़ेगा।
पीले वस्त्रों का दान
अधिक मास में पीले वस्त्रों का दान करना शुभ माना जाता है। पीले वस्त्रों का दान करने से जातक की हर मनोकामना पूरी हो सकती है। साथ ही भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
आर्थिक तंगी से बचने के लिए
अगर आपके घर की आर्थिक स्थिति खराब रहती हैं, तो अधिक मास में आपको भोजन या फिर अनाज का दान करना चाहिए। इस दान में आपके घर पर मां अन्नपूर्णा व मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
पढ़ाई में मन न लगने पर
अगर आपके बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता और उनका मन स्थिर नहीं रहता है, तो अधिक मास में किताबों का दान करना चाहिए।
गौदान करने पर
अधिक मास में गौ-दान करना काफी शुभ माना जाता है। अधिक मास में गौ दान करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही जीवन में आने वाली तमाम परेशानियों का अंत हो जाता है।