By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 31, 2020
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों को टालने की बात खुलकर की है। विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने फौरन उनके इस सुझाव की आलोचना की। ट्रंप ने चुनाव से केवल 96 दिन पहले बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘‘सभी के लिए डाक से मतदान (न कि गैर-मौजूदगी में डाक से मतदान, जो कि अच्छा है) इतिहास में सबसे गलत और छलपूर्ण चुनाव होगा।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यह अमेरिका के लिए बड़ी शर्मनाक बात होगी। लोग जब सही तरीके से और सुरक्षित मतदान कर सकें, तभी चुनाव कराये जाएं।’’ व्हाइट हाउस में दोबारा पहुंचने की जद्दोजहद में लगे ट्रंप ने दलील दी कि डाक से मतदान (मेल-इन वोटिंग) से चुनाव में गड़बड़ी हो सकती है। वह इसके मुखर विरोधी रहे हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान बड़ी संख्या में अमेरिकी नागरिक मतदान के लिए मतदान केंद्रों तक जाने और कतारों में लगने से बचने के लिए डाक से मतदान का विकल्प चुन सकते हैं। राष्ट्रपति के इस ट्वीट पर अनेक वर्गों की ओर से तत्काल तीखी प्रतिक्रिया आई। डेमोक्रेटिक और रिपब्लिक दोनों पार्टियों के सांसदों ने कहा कि चुनाव टलने की संभावना नहीं है। प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने ट्रंप के ट्वीट के जवाब में ट्वीट किया, ‘‘संविधान के अनुच्छेद दो की धारा एक कहती है कि
कांग्रेस मतदाताओं के लिए वोट डालने का दिन तय कर सकती है जो पूरे अमेरिका में एक जैसा रहेगा।’’ सीएनएन के अनुसार डाक से मतदान में धोखाधड़ी के कोई प्रमाण नहीं हैं। उसने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को चुनाव लंबित करने का कोई अधिकार नहीं है और संविधान कांग्रेस को मतदान की तारीख निर्धारित करने की शक्ति प्रदान करता है। संविधान में भी 20 जनवरी, 2021 को नये राष्ट्रपति के कार्यकाल की शुरुआत में विलंब करने का कोई प्रावधान नहीं है। ट्रंप के प्रचार अभियान ने कहा कि राष्ट्रपति ने बस एक सवाल उठाया है। प्रचार प्रवक्ता होगन गिडली के हवाले से सीएनएन ने कहा, ‘‘डेमोक्रेट्स ने सभी के लिए डाक मतदान पर जोर देकर जो अव्यवस्था फैला दी है, राष्ट्रपति केवल उस बारे में एक प्रश्न उठा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे (विपक्षी) सभी के लिए डाक से मतदान कराने की कोशिश के लिए कोरोना वायरस को हथियार बना रहे हैं। जिसका मतलब है कि सभी पंजीकृत मतदाताओं को मतपत्र भेजना, चाहे वे मांगें या नहीं।’’ ट्रंप के सहयोगी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि यह अच्छा विचार है।’’ राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक उम्मीदवार और पूर्व उप राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले ही ट्रंप द्वारा चुनाव में देरी कराने की आशंका जताई थी।