By अनुराग गुप्ता | Aug 16, 2021
काबुल। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के एक फैसले के बाद अफगानिस्तानी जमीं पर चमरपंथियों ने कब्जा कर लिया। अफगानी लोग अपने हमवतन को छोड़ने के लिए मजबूर हैं, जो छोड़ नहीं पा रहे वो डर के साये में जी रहे हैं। इसी बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि तालिबान का विरोध किए बिना काबुल का पतन होना अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी हार के रूप में दर्ज होगा। इसी के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने जो बाइडेन से इस्तीफे की मांग की है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने (जो बाइडेन) अफगानिस्तान में जो कुछ भी होने दिया उसके बाद उनके इस्तीफा देने का समय आ गया है।
आपको बता दें कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से देश छोड़कर तजिकिस्तान में शरण ले चुके हैं। वहीं तालिबानी चरमपंथियों ने काबुल एयरपोर्ट के बाहर गोलीबारी की। दरअसल, काबुल छोड़ने के लिए भारी संख्या में लोग एयरपोर्ट पर मौजूद हैं।
वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान के मौजूदा हालातों के लिए जो बाइडेन को जिम्मेदार ठहराया है। इसी बीच उन्होंने पूछा कि क्या आप लोग मुझे मिस कर रहे हैं। दरअसल, उन्होंने इस सवाल के माध्यम से यह दर्शाने का प्रयास किया है कि अगर राष्ट्रपति पद पर वह मौजूद होते तो अफगानिस्तान के हालात बेहतर होते।डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जो बाइडन ने अफगानिस्तान में जो किया वह अपूर्व है। इसे अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी हार के रूप में याद रखा जाएगा। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने इसे बाइडेन प्रशासन की विफलता करार दिया है।