By नीरज कुमार दुबे | Nov 14, 2024
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन से व्हाइट हाउस में मुलाकात की और सत्ता हस्तांतरण से जुड़ी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर चर्चा करने के अलावा विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अमेरिकी रुख के बारे में जानकारी हासिल की। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने अमेरिकी परंपरा के तहत सत्ता के सहज हस्तांतरण का संकल्प जताया। दोनों नेताओं ने देश को अगले वर्ष 20 जनवरी को शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण का आश्वासन दिया है जोकि बड़ी बात है क्योंकि चार साल पहले ट्रंप ने बाइडन को सत्ता बहुत तनावपूर्ण माहौल में सौंपी थी। ट्रंप जब व्हाइट हाउस पहुँचे तो बाइडन ने उनका स्वागत किया और दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया। बाइडन ने ट्रंप को उनकी जीत पर बधाई दी और कहा कि वह एक सहज सत्ता हस्तांतरण की आशा करते हैं।
इस बैठक के बारे में व्हाइट हाउस के प्रवक्ता कैरिन जीन-पियरे ने संवाददाताओं से कहा, "दोनों नेताओं ने राष्ट्रीय सुरक्षा और घरेलू नीतिगत मुद्दों पर चर्चा की।" उन्होंने कहा कि लगभग दो घंटे तक चली यह बैठक बहुत सौहार्दपूर्ण रही। बताया जा रहा है कि बाइडन ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति से कहा कि हम सुचारू रूप से सत्ता हस्तांतरण की आशा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको जो चाहिए, वह मिल जाए, इसके लिए हम सब कुछ करेंगे। रिपोर्टों के मुताबिक बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन और मध्य पूर्व के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
जीन-पियरे ने कहा कि बैठक के दौरान बाइडन ने अमेरिकी कांग्रेस के आगामी सत्र के लिए अपनी प्राथमिकताओं पर जोर दिया, जिसमें सरकार को वित्त पोषण देना और आपदा राहत के लिए अतिरिक्त धन प्रदान करना शामिल था। हम आपको बता दें कि बैठक के दौरान बाइडन के चीफ ऑफ स्टाफ जेफ ज़िएंट्स और ट्रंप की चीफ ऑफ स्टाफ सूसी विल्स भी मौजूद थीं। ट्रंप के आगमन पर उनका अभिनंदन करने के लिए प्रथम महिला जिल बाइडन भी आगे आईं। व्हाइट हाउस ने कहा कि उन्होंने ट्रंप को उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप के लिए बधाई का एक हस्तलिखित पत्र दिया और परिवर्तन में सहायता के लिए अपनी टीम की तत्परता व्यक्त की।
वहीं, व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने पत्रकारों को बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने बैठक के दौरान ट्रंप को बताया कि यूक्रेन का समर्थन अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अच्छा है क्योंकि एक मजबूत और स्थिर यूरोप जरूरी है। वहीं ट्रंप ने अपनी इस मुलाकात के बारे में न्यूयॉर्क पोस्ट को जानकारी दी है कि उन्होंने और बाइडन ने अपनी बातचीत के दौरान मध्य पूर्व के बारे में बहुत बात की। न्यूयॉर्क पोस्ट में ट्रंप के हवाले से कहा गया है कि मैं इस बारे में उनके विचार जानना चाहता था कि हम कहां हैं। ट्रंप ने साथ ही कहा कि राजनीति कठिन है और कई मामलों में यह बहुत अच्छी दुनिया नहीं है, लेकिन आज यह एक अच्छी दुनिया है, और मैं इसकी बहुत सराहना करता हूं। उन्होंने कहा कि यह बदलाव बहुत सहज है और यह जितना संभव हो उतना सहज होगा।'
बहरहाल, हम आपको यह भी बता दें कि वैसे दोनों अमेरिकी नेता व्हाइट हाउस ओवल ऑफिस में एक साथ जरूर बैठे थे लेकिन उनके बीच का तनाव उनके चेहरे पर साफ नजर आ रहा था। देखा जाये तो ओवल ऑफिस में निर्वाचित राष्ट्रपति का स्वागत करने का पारंपरिक शिष्टाचार है जिसे ट्रंप ने 2020 में बाइडन के जीतने पर नहीं निभाया था। ट्रंप और बाइडन सालों से एक-दूसरे की आलोचना करते रहे हैं। उनकी संबंधित टीमें भी विभिन्न मुद्दों की नीतियों पर काफी अलग राय रखती हैं। इसके अलावा, 81 वर्षीय बाइडन ट्रंप को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते रहे हैं तो वहीं 78 वर्षीय ट्रंप बाइडन को अक्षम बताते रहे हैं। जून में हुई प्रेजिडेंशियल डिबेट के बाद दोनों नेताओं की यह पहली महत्वपूर्ण बैठक थी। हालांकि बाइडन, ट्रंप और कमला हैरिस 11 सितंबर को न्यूयॉर्क में 9/11 के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने संबंधी समारोह में साथ दिखाई दिये थे।