By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 24, 2019
वेटिकन सिटी। विश्व के शीर्ष बिशप सम्मेलन में एक कैथोलिक कार्डिनल ने शनिवार को यह स्वीकार किया कि बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप जिन पादरियों पर लगा था, उनसे जुड़े जिस दस्तावेज की बात की जा रही है, उसे या तो नष्ट कर दिया गया है या उसे कभी तैयार ही नहीं किया गया था। जर्मन कार्डिनल रेनहार्ड मार्क्स पोप फ्रांसिस द्वारा संचालित किए गए दुनिया के शीर्ष बिशपों के अप्रत्याशित सम्मेलन के तीसरे दिन बोल रहे थे और पादरियों द्वारा बच्चों के यौन उत्पीड़न के संकट से निपटने की कोशिश के तहत इस सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इसे भी पढ़े: अपने बयान से मुकरा पाकिस्तान, कहा- बहावलपुर मदरसे का जैश से कोई संबंध नहीं
मार्क्स ने इस सम्मेलन में कहा, ‘‘वह दस्तावेज जिसमें पादरियों के कुकर्मों का जिक्र था या इस तरह के कृत्य करने वालों के नाम थे, उसे नष्ट कर दिया गया है या वह कभी तैयार ही नहीं किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘अपराधकर्ताओं की जगह पीड़ितों को नियंत्रित किया गया और उन्हें चुप भी कराया गया।’’