By अनुराग गुप्ता | Nov 30, 2021
नयी दिल्ली। नीट पीजी काउंसलिंग में देरी को लेकर देशभर के रेसिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। राष्ट्रीय राजधानी से लेकर देश के कई राज्यों में रेसिडेंट डॉक्टरों के हड़ताल पर होने की वजह से ओपीडी प्रभावित है। दरअसल, पिछले एक साल से नीट पीजी 2021 काउंसिलिंग में देरी हो रही है। जिसकी वजह से दूसरे वर्ष के छात्रों पर काम का भार काफी ज्यादा बढ़ गया है।
आपको बता दें कि फेडरेशन ऑफ रेसिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने 27 नवंबर को रेसिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल बुलाई थी। जिसके बाद आज तीसरे दिन भी यह हड़ताल जारी है और इसकी वजह से दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग और लेडी हार्डिंग अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद है।
सुप्रीम कोर्ट में चल रही है सुनवाई
नीट पीजी काउंसलिंग से जुड़ा हुआ मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। पिछले सप्ताह ही केंद्र सरकार ने नीट काउंसलिंग में आर्थिक कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) आरक्षण के लिए तय मानदंड पर फिर से विचार करने की सहमति जताई है। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण के लिए मानदंड तय करने के वास्ते एक समिति गठित की जाएगी और समिति को यह काम करने के लिए चार हफ्तों का समय लगेगा।
दरअसल, सरकार ने नीट पीजी में 27 फीसदी ओबीसी और 10 फीसदी आरक्षण आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को देने का फैसला लिया था जिसको कुछ मेडिकल छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।