By टीम प्रभासाक्षी | Nov 27, 2021
मां के गर्भ के अंदर बच्चा ऐसे एक्सप्रेशन दे रहा था जैसे की वो रो रहा हो। आर्काइव्स ऑफ डिजीज इन चाइल्डहुड एंड नियोनेटल एडिशन जर्नल 2005 की रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टरों नें अल्ट्रासाउंड के दौरान ये पाया कि गर्भ में बच्चा ऐसे एक्सप्रेशन दे रहा था जैसे कि वो रो रहा हो।
जब कोई महिला गर्भावस्था में होती है तो उसे 4 महीने के आस-पास पेट मे हलचल महसूस होती है। कहा ये जाता है कि बच्चा पेट मे लात मार रहा है या फिर पलट रहा है। लेकिन गर्भ में बच्चा रोता भी है। वैज्ञानिकों ने ये दावा यूट्रेस और भ्रूण की जांच के बाद किया है।
आर्काइव्स ऑफ डिजीज इन चाइल्डहुड एंड नियोनेटल एडिशन जर्नल 2005 में आई रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों ने गर्भ में बच्चे की शक्ल का अल्ट्रासाउंड किया। और ये बात डॉक्टरों को इसी दौरान पता चली।वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर मौजूद बच्चे को कंपन और आवाज का सिमुलेशन दिया। इस मामले पर स्टडी कर रहे इंग्लैंड स्थित डरहम यूनिवर्सिटी के डेवलपमेंटल साइकोलॉजिस्ट नाद्जा रीसलैंड के शोधकर्ताओं ने गर्भ में पल रहे बच्चे के मूवमेंट की 4डी अल्ट्रासाउंड ईमेजिंग की। शोधकर्ताओं का कहना है कि बच्चा जन्म लेने से पहले ही रोने की प्रैक्टिस शुरू कर देता है।