नयी दिल्ली। रियो ओलंपिक में ऐतिहासिक चौथे स्थान पर रहने के बाद किसी भी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेने वाली भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर विश्व जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में भी नहीं खेल पाएंगी क्योंकि वह अभी घुटने के आपरेशन से उबर रही हैं। यह इस 23 वर्षीय खिलाड़ी के लिये एक और झटका है। वह इससे पहले चोट के कारण इस साल के शुरू में एशियाई चैंपियनशिप में भी हिस्सा नहीं ले पायी थी। उनका अप्रैल में आपरेशन हुआ था और इसके बाद के उनके उपचार में छह महीने का समय लगेगा। इसके बाद ही वह अभ्यास शुरू कर सकती हैं। विश्व चैंपियनशिप अक्तूबर में कनाडा में होगी। दीपा ने कहा, 'चोट के मामले में आप कुछ नहीं कर सकते। एक खिलाड़ी के लिये यह निराशाजनक होता है लेकिन मैं इस झटका नहीं मानूंगी हालांकि यह निश्चित तौर पर एक चुनौती है।' अपने कोच बिश्वेश्वर नंदी के साथ इंदिरा गांधी स्टेडियम में ठहरी दीपा ने जॉगिंग शुरू कर दी है लेकिन वह छह महीने का रिहैब समाप्त होने के बाद ही अभ्यास के बारे में सोच सकती है। नंदी ने कहा कि दीपा विश्व चैंपियनशिप के लिये तैयार नहीं हो पाएगी और इसलिए उनका ध्यान अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों पर है। उन्होंने कहा, 'मैं नहीं चाहता कि वह केवल भागीदारी के लिये विश्व चैंपियनशिप में जाए। उसके लिये इस बड़ी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये पूरी तरह से तैयार होना संभव नहीं होगा।' नंदी ने कहा, 'चोट से वापसी करना चुनौती होता है लेकिन इसके साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना पड़ता है आप प्रतियोगिता के दौरान चोटिल हो सकते हो। रियो में एक भागीदार के साथ ऐसा हुआ था। जिम्नास्टिक खतरनाक खेल है।'
दीपा ने कहा कि क्योंकि अभी वह किसी प्रतियोगिता में भाग नहीं ले रही है इसलिए इस समय का उपयोग अपनी फिटनेस पर काम करने और शिक्षा पूरी करने के लिये करेगी। उन्होंने कहा, 'मैंने पिछले साल एमए की एक परीक्षा दी थी और अब मैं अन्य की तैयारी कर रही हूं।' दीपा से खेलों में उम्र के कारक के बारे में पूछा गया क्योंकि चोटिल होने के कारण उन्होंने महत्वपूर्ण समय गंवा दिया है, उन्होंने कहा, 'रियो में भाग लेने वाली एक जिम्नास्ट की उम्र 43 साल थी। इसलिए अगर वह ऐसा कर सकती है तो मैं भी कर सकती हूं।' दीपा ने रियो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहकर इतिहास रचा था। वह मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गयी थी। वह ओलंपिक में भाग लेने वाली भारत की पहली महिला जिम्नास्ट बनी थी।