By एकता | Oct 05, 2022
हाइपोथायरायडिज्म, महिलाओं में पाई जाने वाली आम बीमारी हैं। मौजूदा समय में 5 में एक 1 महिला इस बीमारी से पीड़ित है। हाइपोथायरायडिज्म, थायरोक्सिन हॉर्मोन के कम उत्पादन के कारण होता है और हाइपरथायरायडिज्म की तुलना अधिक आक्रामक होता है। हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित महिलाओं को अक्सर ठंड और थकान महसूस होती है और इसके साथ ही उनका वजन भी तेजी से बढ़ने लगता है। एनसीबीआई (NCBI)के अनुसार, हाइपोथायरायडिज्म हमारे मेटाबॉलिज्म को कम कर देता है इसलिए महिलाओं का वजन बढ़ने लगता है।
हाइपोथायरायडिज्म के अन्य लक्षणों को दवाईओं से नियंत्रित किया जा सकता है, मगर महिलाओं को वजन कम करने में सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हाइपोथायरायडिज्म में महिलाओं के लिए वजन कम करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन नामुमकिन नहीं। महिलाएं जो हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित हैं और अपना मोटापा कम करना चाहती हैं, वह नीचे दी गई डाइट फॉलो कर सकती हैं।
फाइबर का सेवन करें- हाइपोथायरायडिज्म की वजह से बढे वजन को कम करने के लिए आप फाइबर युक्त दालों, फलों और सब्जियों का सेवन कर सकती हैं। फाइबर युक्त खानों में कैलोरी की कम मात्रा पाई जाती है, जो अंत में आपके वजन को नियंत्रित करने में मदद करती है। फाइबर युक्त खाने को डाइट में शामिल कर के आप अपने मोटापे को कम कर सकती हैं।
आयोडीन का सेवन करें- हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित महिलाओं को आयोडीन युक्त चीजों का अधिक सेवन करने की सलाह दी जाती है। आयोडीन एक आवश्यक खनिज हैं, जो हमारे शरीर में थायराइड ग्लैंड के फंक्शन को प्रभावित करता है। इसलिए आप मछली, नमक, डेयरी, अंडे और अन्य खाने-पीने की चीजों के माध्यम से शरीर में आयोडीन की कमी पूरी करें। इसके सेवन से टीएसएच उत्पादन में वृद्धि होगी और आपका वजन कम हो जायेगा।
ग्लूटेन फ्री खाने का सेवन करें- ग्लूटेन एक प्रोटीन है, जो गेहूं के पौधे और कुछ अन्य अनाजों में पाया जाता है। इसका नियमित सेवन करने से शरीर का वजन बढ़ने लगता है। इसलिए अगर आपको हाइपोथायरायडिज्म की समस्या है और वजन कम करने में दिक्कतें हो रही हैं तो आप ग्लूटेन फ्री उत्पादों सेवन कर सकती हैं।