By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 04, 2020
मीडिया में ऐसी खबरें आयी हैं कि राजग में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के आने को लेकर लोजपा नाराज है और जद(यू) उम्मीदवारों के खिलाफ अपने उम्मीदवारों को उतारने पर विचार कर रही है। हम (एस) के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा, ‘‘यह मायने नहीं रखता कि (हम के राजग में शामिल होने पर) कौन खुश या नाखुश है। हम नीतीश कुमार को मजबूत बनाने के लिए यहां आए हैं, चुनाव में टिकट के लिए नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर चिराग पासवान जद(यू) उम्मीदवारों के खिलाफ प्रत्याशी उतारने की धमकी देते रहे तो हम मुंह खोलने के लिए मजबूर हो जाएंगे। अगर ऐसा हुआ तो हम भी लोजपा के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारेंगे।’’ लोजपा की राज्य संसदीय बोर्ड की सात सितंबर को बैठक होने वाली है और ऐसे संकेत हैं कि वह जद(यू) से ‘दोस्ताना मुकाबले’ पर चर्चा करेगी। जद(यू) और हम(एस) के साथ लोजपा अध्यक्ष का भले खिंचाव भरा संबंध हो लेकन भाजपा राजग में मांझी के लौटने से खुश है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट किया ‘‘अब यह साफ हो गया कि विधानसभा चुनाव में राजग के सामने दरअसल केवल दो आदतन भ्रष्टाचारी और परम्परागत वंशवादी दल होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे जनता को यह फैसला करने में आसानी होगी कि कौन न्याय के साथ विकास को आगे बढ़ायेगा और किसकी नीयत काम के बदले जमीन लिखवाने की रहेगी।’’ सुशील मोदी, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के रेल मंत्री के कार्यकाल में उनके परिवार को कथित तौर पर जमीन आवंटन से जुड़े मामलों का हवाला दे रहे थे। लालू के पुत्र और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी मामले में आरोपी हैं। सीबीआई मामले की जांच कर रही है।