देश की रक्षा करने वाले Devinder Sehrawat ने विधायक बनकर की है दिल्ली की सेवा, 2015 में बिजवासन सीट से बने थे विधायक

By Anoop Prajapati | Dec 20, 2024

साल 2015 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर बिजवासन सीट से विधायक चुने गए देविंदर कुमार सहरावत भारतीय सशस्त्र बलों के सेवानिवृत्त कर्नल हैं। वे दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्र से किसान नेता हैं। उन्होंने 2011 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी, जिसने लोकपाल विधेयक को आगे बढ़ाने में योगदान दिया था। वह आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य थे और इसकी राष्ट्रीय कार्यकारी समिति में शामिल थे। उन्होंने दिल्ली की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए भी काम किया है।


प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

देविंदर कुमार सहरावत का जन्म महिपालपुर दिल्ली में हुआ था। उन्होंने बोर्डिंग छात्र के रूप में दिल्ली के सुब्रतो पार्क स्थित द एयर फ़ोर्स स्कूल में शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) अहमदाबाद से स्नातकोत्तर डिप्लोमा, मद्रास विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ़ साइंस (एमएससी) की डिग्री और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के माध्यम से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से विज्ञान स्नातक (बीएससी) की डिग्री प्राप्त की।


सैन्य जीवन

आम आदमी पार्टी के नेता देविंदर कुमार सेहरावत ने 20 साल तक भारतीय सेना में सेवा की। उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे में प्रशिक्षण लिया, जहाँ उन्होंने बास्केटबॉल टीम की कप्तानी की और अपने चौथे कार्यकाल के दौरान "समग्र सामान्य सेवा विषयों" में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए पुस्तक पुरस्कार प्राप्त किया। एनडीए के बाद उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) देहरादून में अपना सैन्य प्रशिक्षण पूरा किया। IMA में उन्होंने अपने सहपाठियों के बीच "सामरिक प्रशिक्षण" में उत्कृष्टता के लिए जम्मू और कश्मीर पदक अर्जित किया और अपने अंतिम वर्ष के दौरान दो कार्यकालों के लिए अकादमी अंडर ऑफिसर का प्रतिष्ठित पद संभाला।


नागरिक समाज और सक्रियता

सहरावत ने 2011 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। जिसने लोकपाल विधेयक को आगे बढ़ाने में योगदान दिया था। वह आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक सदस्य थे और इसकी राष्ट्रीय कार्यकारी समिति में शामिल थे। उन्होंने दिल्ली की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए भी काम किया है, जिसमें अरावली रिज और सुल्तान गढ़ी संरचनाओं को बचाने के प्रयास शामिल हैं, और मार्च 2013 में TOI में उनके सामाजिक प्रभाव के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।


वह आम आदमी पार्टी, ए.ए.पी. के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और 26 नवंबर 2012 को पार्टी के गठन पर राष्ट्रीय परिषद की पहली कार्यकारी समिति के सदस्य थे। उन्होंने पार्टी में निम्नलिखित जिम्मेदारियाँ निभाईं- सदस्य भूमि अधिग्रहण समिति, हरियाणा राज्य प्रभारी। उन्होंने वसंत कुंज-महिपालपुर-रंगपुरी क्षेत्र में अरावली रिज को बचाने के प्रयासों में ग्रामीणों को प्रेरित किया।


राजनीतिक सफर

फरवरी 2015 में सहरावत बिजवासन निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए दिल्ली विधानसभा के सदस्य चुने गए। उनके कार्यकाल में बुनियादी ढांचे, शिक्षा और पर्यावरण वकालत में पहल की गई।

 

अन्य काम

मोबाइल टावरों के कारण विद्युत चुम्बकीय विकिरण से नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा एवं संरक्षा विधेयक, 2015 का प्रस्ताव।

दिल्ली में अपशिष्ट प्रबंधन और स्कूल सुरक्षा के मुद्दे पर जनहित याचिकाएं दायर करना।

वसंत कुंज के निकट 400 वर्ष पुरानी झील को पुनर्जीवित करना तथा बिजवासन फ्लाईओवर जैसी रुकी हुई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा करने की देखरेख करना।

2019 में पुलवामा हमले के बाद सेहरावत ने आप से इस्तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए, जहाँ उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार किया।

प्रमुख खबरें

शीतकालीन सत्र के दौरान स्थगन, व्यवधान के कारण बर्बाद हुए 65 घंटे, छाया रहा अडानी-सोरोस का मुद्दा

Ladli Behna Yojana: महाराष्ट्र विधानसभा ने 33,788.40 करोड़ रुपये की अनुपूरक मांगों को किया पारित, मासिक सहायता बढ़ाकर 2,100 रुपये की जाएगी

Sports Recap 2024: इस साल कोहली- रोहित सहित इन खिलाड़ियों के घर गूंजी किलकारी, विदेशी प्लेयर्स भी शामिल

अपने विवादित भाषणों के चलते अक्सर चर्चा में रहते हैं Parvesh Verma, दिल्ली दंगों में लगे थे गंभीर आरोप