By नीरज कुमार दुबे | Nov 30, 2022
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में इस समय विकास की नयी बहार बह रही है। आप जम्मू या श्रीनगर जैसे बड़े शहरों में चले जाइये या फिर किसी दूरदराज सीमायी इलाकों में स्थित गांवों में। हर जगह आपको बुनियादी ढांचा परियोजनाओं संबंधी निर्माण कार्य होते या सरकारी योजनाओं के लाभों के प्रति लोगों को जागरूक करते कार्यक्रम आयोजित होते दिख जायेंगे। केंद्र शासित प्रदेश के राजौरी जिले की बात करें तो यहां दूरदराज में कई पहाड़ी इलाके हैं जहां आजादी के बाद से अब तक विकास नहीं पहुँचा था लेकिन अनुच्छेद 370 हटने के बाद से हालात में बदलाव आया है। यहां दूरदराज के पंचायत क्षेत्रों में ग्राम सभाओं की लंबे अरसे से लंबित मांगों को पूरा किया जा रहा है।
इस इलाके के स्थानीय निवासियों का कहना है जिस तरह का काम मोदी सरकार के कार्यकाल में किया जा रहा है वैसा आज तक नहीं हुआ था। पंचायत प्रतिनिधियों तथा स्थानीय लोगों ने बताया कि अब मनरेगा के तहत राजौरी जिले की पंचायत के द्वारा लोगों को काम दिया जा रहा है। राजौरी के कोटधारा पंचायत के लोगों ने विकास तथा रोजगार के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया।