By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 22, 2021
जयपुर| कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ कथित अमर्यादित टिप्पणी करने पर केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री एस.पी. सिंह बघेल पर बृहस्पतिवार को निशाना साधा।
कांग्रेस नेताओं के अनुसार इस तरह की अमर्यादा का लोकतंत्र एवं सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। बघेल ने बुधवार को उदयपुर के खरसान में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत पर 2018 विधानसभा चुनाव के कांग्रेस घोषणा पत्र के वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया और कथित अमर्यादित टिप्प्णी की।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्विटर पर बघेल की उस टिप्पणी का वीडियो साझा किया है। इसके साथ ही डोटासरा ने लिखा, ‘‘स्वच्छ राजनीति में आलोचना के लिए संयमित एवं सैद्धांतिक मूल्यों को आत्मसात करना आवश्यक है, लेकिन मोदी सरकार मर्यादा भूल चुकी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय मंत्री बघेल द्वारा मुख्यमंत्री गहलोत पर की गई अभद्र टिप्पणी की हम निंदा करते हैं इसका सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है।’’ डोटासरा द्वारा शेयर किए गए वीडियो में केंद्रीय मंत्री कह रहे हैं,‘‘ ....जिसकी बात में फर्क होता है उसके बाप में फर्क होता है।’’
उन्होंने कहा,‘‘ अब गहलोत जी बताएं कि आपने घोषणा पत्र में बोला था किकिसानों के कर्जे माफ कर देंगे। (क्या कर्जे माफ) हुए? मुझे घोषणा पत्र पढ़ने का बहुत शौक है। मैंने कांग्रेस का घोषणा पत्र को पढ़ा कि कांग्रेस की सरकार आएगी तो बेरोजगारों को भत्ता देंगे... मिला हो तो बताओ? फिर कहा था कर्जे माफ करेंगे, हुआ हो तो बताओ? फिर कहा था चौबीस घंटे बिजली देंगे, दी हो तो बताओ?’’
बघेल ने कहा,‘‘.. तो मैं कह रहा था कि एक हजार झूठे जिस दिन मरे होंगे उस दिन गहलोत जी पैदा हुए होंगे।’’ जयपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री का पुतला जलाया और उनसे माफी मांगने की मांग की।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अमर्यादित के इस्तेमाल के लिए भाजपा नेताओं की आलोचना की है। पायलट ने अपने आवास पर जनसुनवाई के दौरान कहा कि केन्द्रीय राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल द्वारा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ जो बयानबाजी की गई है, वह अमर्यादित है।
उन्होंने कहा कि राजनीति में वैचारिक विरोध स्वीकार्य होता है, परन्तु इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने से न सिर्फ स्वयं की साख को ठेस पहुंचती है बल्कि जनता में भी नकारात्मक संदेश जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अपने अनर्गल बयानों के लिए जनता से माफी मांगें।
स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बघेल की निंदा करते हुए कहा,‘‘ इस तरह की अमर्यादित टिप्पणी सहन नहीं की जा सकती। भाजपा को इसकी कीमत उपुचनाव में चुकानी होगी। राजस्थान के मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह की टिप्प्णी कोई पसंद नहीं करता।’’
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने उदयपुर के एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘केंद्रीय मंत्री बघेल के मुख्यमंत्री गहलोत के लिए अपमानजनक शब्दों से यह स्पष्ट हो गया है की आने वाले उपचुनावों में भाजपा की हार तय है।’’
खाचरियावास ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री गहलोत का ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान का अपमान किया है और इसका जवाब जनता उनको उपचुनावों में देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अपनी सरकार के कामों की बात करे।
उन्होंने कहा,‘‘ यदि आपने काम किया है तो बताइए, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जनकल्याणकारी एवं विकास की कोई योजना लागू की है या देश की सीमाओं को मजबूत किया है या हिंदुस्तान में काला धन वापस लेकर आए 15 लाख व अच्छे दिन इन्होंने दे दिए?’’
उन्होंने कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार काम के आधार पर जनकल्याण के कार्यों के आधार पर वोट मांग रही है जबकि ये लोग झूठ फरेब एवं धोखे के नाम पर वोट मांग रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री गहलोत के विशेष अधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने केंद्रीय मंत्री बघेल की उक्त टिप्प्णी का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए इसे शर्मनाक बताया।
उन्होंने लिखा,‘‘ लोकतंत्र में आलोचना का तात्पर्य अभद्रता और बेअदबी नहीं है। आपके घटिया और अमर्यादित शब्दों पर आम जन सोचे कि कोरी पब्लिसिटी पाने के लिए आप और कितना गिरेंगे?’’ उल्लेखनीय है कि राज्य की वल्लभनगर (उदयपुर जिला) एवं धरियावद (प्रतापगढ़ जिला) विधानसभा सीटों के लिए 30 अक्टूबर को उपचुनाव हो रहा है।मतों की गिनती दो नवंबर को होगी।