By अभिनय आकाश | Jun 08, 2022
सबसे बड़े माफियाओं में से एक मुख्तार अंसारी यूपी की बांदा जेल में अपने गुनाहों की सजा काट रहा है। लेकिन उसके लिए ये सजा, सजा नहीं है। बल्कि जेल में मुख्तार अंसारी को वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। इसका खुलासा तब हुआ जब औचक निरीक्षण के लिए बांदा मंडल जेल में डीएम अनुराग पटेल और एसपी अभिनंदन भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। लेकन बताया जा रहा है कि जब वो पहले गेट और दूसरे गेट से अंदर जाने लगे तो उन्हें भी 15 मिनट का इंतजार करना पड़ा। फिर जब वो बैरक में पहुंचे तो मुख्तार अंसारी के बैरक की चाबी जेलर ने देने में 15-20 मिनट की देरी की। शक होने पर जब डीएम ने बैरक के भीतर जाकर देखा तो वहां मिली खाने की चीजे डेल मैन्युल के हिसाब से मेल नहीं खाती थी।
बता दें कि कोर्ट की तरफ से भी कहा गया था कि मुख्तार अंसारी को कैसे बाहर का खाना दिया जा रहा है? कोर्ट के आदेश के बाद ही डीएम वहां पहुंचे थे। उन्होंने देखा कि सारी चीजे उसी हिसाब से हो रही थी। जैसा कोर्ट ने आदेश दिया था। लेकिन कुछ चीजों में गड़बड़ियां नजर आई। इसके बाद उन्होंने जेलर से पूछा तो वो कुछ संतुष्ट जवाब नहीं दे पाए। अंसारी के बैरक में बड़ी संख्या में दशहरी आम और कीवी सहित कुछ और समाना मौजूद मिला। इसके साथ ही मुख्तार अंसारी की सुरक्षा में लगे जेलकर्मी भी बगैर बॉ़डी कैम के नजर आए।
मुख्तार अंसारी से नरमी पर निलंबन
बांदा जेल के डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। वीरेश्वर पर मुख्तार अंसारी को खास सुविधाएं देने का आरोप लग रहा है। उन पर बांदा जेल की तलाशी में रुकावट डालने का भी आरोप है। डीएम को बांदा जेल में छापे के दौरान अनियमितता मिली थी। जिस पर डीजी जेल आनंद कुमार ने डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह के साथ-साथ 4 जेल सुरक्षाकर्मी को सस्पेंड कर दिया।