By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 17, 2019
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में अधिकारियों की चेतावनी एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील के बावजूद सोमवार को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ सड़क और रेल नाकेबंदी जारी रही तथा हिंसक प्रदर्शन में कोई कमी नहीं आयी। राज्य में इस संबंध में 300 से अधिक लोग गिरफ्तार किये गये हैं। रेड रोड से लेकर रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक निवास जोरासंको ठाकुरबाड़ी तक विशाल रैली निकालने वाली बनर्जी ने प्रदर्शनकारियों से तोड़फोड़ एवं आगजनी नहीं करने का आह्वान किया एवं कहा कि इससे प्रदर्शन का उद्देश्य कमजोर होगा। उन्होंने पश्चिम बंगाल से बाहर की कुछ ताकतों पर तोड़फोड़ और आगजनी के लिए मुस्लिम समुदाय ‘के मित्र के रूप में पेश आने’ का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘ यदि आप हिंसा करते हैं तो आप आम लोगों के लिए ढेरों परेशानियां खड़ी करते हैं। जो लोग आपके उद्देश्य का समर्थन करते हैं, वे ऐसे में नाराज हो जायेंगे और आप उनका समर्थन गंवा बैठेंगे।’’
इस अपील के बावजूद राज्य के कई जिलों से हिंसा की घटनाओं की खबरें आयीं। सूत्रों के अनुसार अबतक 300 लोग गिरफ्तार किये गये हैं। अधिकारियों के अनुसार पूर्वी मिदनापुर, मुर्शिदाबाद, मालदा, नदिया और उत्तरी 24 परगना जिलों में प्रदर्शनकारियों ने रास्ते बंद कर दिए, जिससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मालदा जिले में प्रदर्शनकारी शम्सी रेलवे स्टेशन के बाहर जमा हो गये। उत्तरी 24 परगना के राजरहाट में प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दिया और विश्व बांग्ला सरनी में टायर भी जलाए। हावड़ा जिले के बाकरा क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। तब पुलिसकर्मियों ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। पश्चिम मिदनापुर जिले के दासपुर में प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की, संशोधित नागरिकता कानून की प्रतियां जलायीं, सड़क जाम कर दिया और टायरों में आग लगायी। प्रदर्शन की वजह से कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं या विलंब से चलीं।
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रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सियालदह-डायमंड हार्बर और सियालदह-नमखाना सेक्टर में पटरियों को जाम कर दिया है। दक्षिणपूर्व रेलवे के तामलुक-हल्दिया खंड पर बासुल्या सुटहटा स्टेशन पर सुबह दस बजे से करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन के चलते ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं। हल्दिया-हावड़ा ईएमयू लोकल ट्रेन रोक दी गयी जबकि हावड़ा-हल्दिया ईएमयू लोकल ट्रेन को पांसकुरा से आगे नहीं जाने दिया गया। हावड़ा आमटा खंड पर ट्रेन सेवाएं कुछ ईएमयू लोकल ट्रेनों के रद्द होने के कारण करीब चार घंटे तक बाधित रहीं। बनर्जी ने आरोप लगाया कि राज्य में हिंसा भड़काने के लिए भाजपा ने कुछ लोगों को धन दिए हैं। उन्होंने कहा,‘‘ जब तक मैं जिंदा हूं,मैं एनआरसी अथवा नागरिकता कानून कभी लागू नहीं करूंगी। आप चाहें तो मेरी सरकार को बर्खास्त कर दें अथवा मुझे सलाखों के पीछे डाल दें लेकिन मैं यह काला कानून कभी लागू नहीं करूंगी। जब तक यह कानून निरस्त नहीं कर दिया जाता मैं संवैधानिक तरीके से प्रदर्शन करना जारी रखूंगी। यदि वे इसे बंगाल में लागू करना चाहते हैं तो उन्हें मेरी लाश पर ऐसा करना होगा।’’