By अनुराग गुप्ता | Jun 01, 2022
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में एक बड़े किडनी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। दिल्ली पुलिस ने किडनी रैकेट गैंग के एक डॉक्टर समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस गैंग के सदस्यों का सोनीपत के गोहाना में एक अस्पताल था, जहां पर किडनी ट्रांसप्लांट की जाती थी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक किडनी रैकेट गैंग सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को निशाना बनाता था और फिर सामने वाले व्यक्ति की आर्थिक स्थिति इत्यादि का जायजा लिया जाता था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, साउथ दिल्ली डीसीपी बेनिता मैरी जयकर ने बताया कि हमने किडनी रैकेट गैंग का भंडाफोड़ किया है। हमें 26 तारीख को हौज खास इलाके में गैर कानूनी तरीके से काम चलने की खबर मिली थी। वहां पर 2 लैब में जांच की जाती थी और गरीब लोगों का गैर कानूनी तरीके से जांच करवाया जाता है।
10 लोगों की हुई गिरफ्तारी
उन्होंने बताया कि इसके आधार पर हमें पिंटू नाम का व्यक्ति मिला जिसकी वहां पर गैर कानूनी तरीके से जांच करवाई गई। इसके बाद हमें 2 एजेंट के बारे में पता चला। जब जांच की प्रक्रिया हो जाती थी तब पीड़ित को सोनीपत ले जाया जाता था और वहां पर किडनी ट्रांसप्लांट किया जाता था। साउथ दिल्ली डीसीपी ने बताया कि ये लोग जिन्हें किडनी बेचते थी उससे 30-40 लाख रुपए लेते थे फिर ये पैसे आपस में बांट लेते थे। डॉ. सौरभ मित्तल और मुख्य आरोपी कुलदीप राय सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें आगे की कार्रवाई अभी भी जारी है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, किडनी रैकेट गैंग में शामिल सदस्य किडनी डोनेट करने वाले को ज्यादा पैसे नहीं देते थे लेकिन किडनी के जरूरतमंदों से मोटी रकम ऐंठते थे। इस गैंग के गिरफ्तार सदस्यों से पुलिस पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी। बताया जा रहा है कि इस गैंग से जुड़े लोगों की तलाश में छापेमारी की जा सकती है।