By नीरज कुमार दुबे | Oct 19, 2024
खालिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की साजिश मामले में अमेरिका ने जिस विकास यादव पर आरोप लगाये हैं उसे दिल्ली पुलिस ने जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया था। प्रमुख समाचारपत्र इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक दिल्ली में विकास यादव की गिरफ्तारी और उसके बाद जमानत पर रिहाई इस बात को देखते हुए महत्वपूर्ण है कि एफबीआई के न्यूयॉर्क कार्यालय ने उसे वांछित सूची में डालते हुए उसके बारे में जानकारी मांगी है। बताया जा रहा है कि 18 दिसंबर 2023 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने विकास यादव को रोहिणी निवासी द्वारा उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया था। शिकायत में विकास यादव पर जबरन वसूली और अपहरण तथा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से संबंध रखने का आरोप लगाया गया था।
समाचारपत्र की रिपोर्ट के मुताबिक रोहिणी निवासी व्यक्ति ने अपनी शिकायत में कहा कि वह एक आईटी कंपनी चलाता था और उसने पश्चिम एशिया में बसे कई भारतीयों के साथ संपर्क स्थापित किया था। उसने अपनी शिकायत में कहा था कि पिछले साल नवंबर में मेरे एक दोस्त ने मुझे एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के रूप में विकास यादव से मिलवाया और हमने नंबरों का आदान-प्रदान किया। हम अच्छे दोस्त बन गए, लेकिन चूंकि वह एक सरकारी अधिकारी थे, इसलिए कभी बिजनेस के बारे में बात नहीं की। हालाँकि उन्होंने हमेशा मेरे दोस्तों के बारे में उत्सुकता दिखाई, जो विदेश में रहते हैं। उसने अपनी शिकायत में कहा था कि विकास यादव पूछते थे कि मैं उनके साथ पैसे का लेन-देन कैसे करता हूँ। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि विकास यादव ने उन्हें बताया कि वह एक केंद्रीय एजेंसी के लिए एक संवेदनशील ऑपरेशन को अंजाम देने वाले "किसी प्रकार के गुप्त एजेंट" थे, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने पद या कार्यालय के पते का खुलासा नहीं किया।
शिकायतकर्ता ने कहा कि 11 दिसंबर को उन्होंने फोन किया और मुझे बताया कि कुछ गंभीर बात है जिस पर वह चर्चा करना चाहते हैं और यह मेरे जीवन से संबंधित है। इसके बाद हमने लोधी रोड पर मिलने का फैसला किया। शिकायत के अनुसार, विकास यादव एक साथी के साथ एक वाहन में आए और वे उसे जबरन डिफेंस कॉलोनी के पास एक फ्लैट में ले गए। शिकायत में कहा गया है कि विकास यादव ने शिकायतकर्ता को बताया कि उसे खत्म करने के लिए दुबई स्थित एक व्यक्ति के कहने पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई द्वारा एक "सुपारी" दी गई थी। उन्होंने दावा किया कि अंततः विकास यादव के साथी ने "मेरे सिर पर मारा" और अपनी सोने की चेन और कुछ अंगूठियां देने के लिए मजबूर किया। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि वे उसके द्वारा चलाए जा रहे एक कैफे में भी गए और उसके आउटलेट से नकदी ले ली।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शिकायतकर्ता ने दावा किया कि अंततः उन्हें सड़क पर छोड़ दिया गया और अधिकारियों से संपर्क करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई। हालांकि उसकी शिकायत पर विकास यादव और उसके सहयोगी को अगले दिन पुलिस ने उठा लिया। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इस साल 13 मार्च को दिल्ली की एक अदालत में दायर आरोपपत्र के अनुसार, इन लोगों पर आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 120-बी (आपराधिक साजिश), 364 ए (अपहरण), 506 (धमकी देना), 341 के तहत मामला दर्ज किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आरोपपत्र का हवाला देते हुए जानकारी दी कि विकास यादव ने पुलिस को बताया था कि उसके पिता सीमा सुरक्षा बल में कार्यरत थे और 2007 में उनकी मृत्यु हो गई। विकास यादव की 2015 में शादी हुई। रिपोर्ट के मुताबिक तिहाड़ जेल के सूत्रों ने कहा कि विकास यादव को 23 दिसंबर को केंद्रीय जेल संख्या 1 में रखा गया था। उन्हें 22 मार्च को अंतरिम जमानत दी गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक 22 अप्रैल को विकास यादव नियमित जमानत पर तिहाड़ जेल से बाहर आये। अपनी रिपोर्ट में इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि जब उसने शिकायतकर्ता से संपर्क साधने का प्रयास किया तो उसने अब भी खुद के डरे होने की बात कही।
जहां तक अमेरिका द्वारा विकास यादव पर लगाये गये आरोप की बात है तो आपको बता दें कि संघीय अभियोजकों ने दावा किया है कि 39 वर्षीय विकास यादव कैबिनेट सचिवालय में कार्यरत था जहां भारत की विदेशी खुफिया सेवा रॉ का मुख्यालय है। उस पर तीन आरोप लगाए गए हैं, जिनमें भाड़े के अपराधियों की मदद से हत्या को अंजाम देने का प्रयास और धन शोधन की साजिश शामिल है। अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा कि विकास यादव ‘‘अब भी फरार है’’।