चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि सीमाएं सील करने के दिल्ली सरकार के फैसले का सम्मान करना चाहिए। हालांकि हरियाणा सरकार ने चौथे चरण के लॉकडाउन के बाद दिल्ली से लोगों के आने-जाने की इजाजत दे दी थी। इस मुद्दे पर खट्टर ने कहा कि इस फैसले का सम्मान करना चाहिए कि क्योंकि दिल्ली-हरियाणा सीमा पर सख्ती की जरूरत है। खट्टर ने ऑनलाइन प्रेस वार्ता में कहा, “(केंद्रीय) गृह मंत्रालय ने दिशा-निर्देश दिए हैं कि सभी अंतर-राज्यीय सीमाओं को खोला जाना चाहिए। हमने भी इन्हें खोलने का फैसला किया है। मगर बाद में दिल्ली ने कहा कि फिलहाल सीमाएं नहीं खोलनी चाहिए।
उन्होंने कहा, हमारी सीमाएं पहले से बंद थीं लेकिन जब दिल्ली सरकार ने कहा कि इन्हें अभी नहीं खोलना चाहिए, हमें लगा कि जो वे कह रहे हैं उसका सम्मान किया जाना चाहिए। दिल्ली-हरियाणा सीमा पर सख्ती होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे दिल्ली सरकार से बात करेंगे, क्योंकि अंतर-राज्यीय मुद्दों पर सहमति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के साथ हमारी सीमाएं खुली हैं और कोई परेशानी नहीं है। हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस लॉकडाउन के अगले चरण के लिए रविवार को नए दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसमें दिल्ली और अन्य राज्यों के साथ लगती सीमाओं को खोल दिया गया था।
इससे पहले हरियाणा ने दिल्ली से लगती सीमा को यह कहते हुए सील कर दिया था कि राष्ट्रीय राजधानी से लगते जिलों में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। अरविंद केजरीवाल नीत सरकार ने सोमवार को आदेश दिया था कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर एक हफ्ते के लिए दिल्ली की सीमाओं को सील किया जा रहा है। हरियाणा में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के सवाल पर खट्टर ने कहा कि राज्य की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है और अधिकतर मामले पिछले 10 दिन में आए हैं। उन्होंने बताया कि 21 लोगों की मौत हुई है जिनमें से अधिकतर पहले से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।