By अनुराग गुप्ता | May 06, 2022
नयी दिल्ली। भारत समेत दुनिया का हर एक देश कोरोना महामारी से प्रभावित हुआ है और संक्रमण ने लाखों लोगों की जान भी ली है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना से हुई मौतों का एक ऐसा आंकड़ा पेश कर दिया, जिस पर विश्वास करना मुमकिन नहीं है। क्योंकि भारत सरकार के मुताबिक, देश में अब तक कोरोना संक्रमण से 5,24,002 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
सही हैं दिल्ली के आंकड़े
ऐसे में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का भी बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में हुई मौत के आंकड़ों का जिक्र किया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि पूरे देश के बारे में मैं नहीं बता सकता परंतु दिल्ली के आंकड़े बिल्कुल सही हैं। दिल्ली में कोविड से 25,600 के लगभग मौतें हुई हैं। मौतों के आंकड़े को न कम किया गया है, न बढ़ाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जताई आपत्ति
स्वास्थ्य मंत्रालय ने डब्ल्यूएचओ के डेटा पर आपत्ति जताई और कहा कि भारत डब्ल्यूएचओ द्वारा गणितीय मॉडल के आधार पर अधिक मृत्यु दर का अनुमान लगाने के लिए अपनाई गई कार्यप्रणाली पर लगातार आपत्ति जताता रहा है। इस मॉडल की प्रक्रिया, कार्यप्रणाली और परिणाम पर भारत की आपत्ति के बावजूद डब्ल्यूएचओ ने भारत की चिंताओं को पर्याप्त रूप से संबोधित किए बिना अतिरिक्त मृत्यु दर का अनुमान जारी किया है।
क्या 47 लाख लोगों की हुई मौत ?
डब्ल्यूएचओ ने गुरुवार को कहा था कि पिछले दो सालों में करीब 1.5 करोड़ लोगों ने कोरोना संक्रमण या स्वास्थ्य प्रणालियों पर पड़े इसके प्रभाव के कारण अपनी जान गंवाई है। इसके साथ ही अनुमान जताया था कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से कुल 47 लाख लोगों की मौत हुई। जो आधिकारिक आंकड़ों का करीब 10 फीसदी है और वैश्विक स्तर पर कोरोना संक्रमण से हुई मौतों का लगभग एक तिहाई है।