भारतीय नौसेना ने एक होश उड़ा देने वाला ऑपरेशन किया है। भारतीय नौसेना ने खतरनाक जहाज के परखच्चे उड़ा दिए हैं। इस जहाज पर भारत को बर्बाद करने का सामान लदा हुआ था। अगर ये जहाज भारत पहुंच जाता तो भयंकर बर्बादी हो सकती थी। बताया जा रहा है कि इस जहाज पर पाकिस्तानी लोग सवार थे। पाकिस्तानियों के साथ इस जहाज पर अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप भी पकड़ी गई है। बताया जा रहा है कि जहाज पर 3300 किलो ड्रग्स बरामद की गई है। इनमें 3 हजार 79 किलोग्राम चरस और 158 किलोग्राम मैथम व 25 किलो मॉरफिन पकड़ी गई है। बताया जा रहा है कि जिन बोरियों में ड्रग्स भड़कर लाई जा रही थी उन पर प्रॉड्यूस्ड इन पाकिस्तान लिखा है।
नशा-मुक्त भारत का विजन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एनसीबी, भारतीय नौसेना और गुजरात पुलिस को ऐतिहासिक सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नशा-मुक्त भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए हमारी एजेंसियों ने आज देश में सबसे बड़ी अपतटीय नशीली दवाओं की जब्ती करने में बड़ी सफलता हासिल की है। एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस द्वारा किए गए एक संयुक्त अभियान में, एक 3132 किलोग्राम नशीली दवाओं की एक विशाल खेप जब्त की गई। यह ऐतिहासिक सफलता हमारे देश को नशा मुक्त बनाने के लिए हमारी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इस अवसर पर, मैं एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस को बधाई देता हूं।
अरब सागर में चलाया गया ऑपरेशन
गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह ऑपरेशन अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास अरब सागर में चलाया गया। भारतीय नौसेना ने कहा कि एक निगरानी विमान द्वारा पोरबंदर के पास समुद्र में एक संदिग्ध ढो (नौकायन जहाज) देखा गया था, जिसके बाद जहाज को रोकने के लिए एक जहाज का मार्ग बदल दिया गया, माना जा रहा है कि यह जहाज मादक पदार्थों की तस्करी में लगा हुआ था। नौसेना ने कहा कि निगरानी मिशन पर पी8आई एलआरएमआर विमान के इनपुट के आधार पर, आईएन मिशन पर तैनात जहाज को तस्करी में लगे संदिग्ध ढो को रोकने के लिए डायवर्ट किया गया था।
पुणे और नई दिल्ली में ऑपरेशन
बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं का भंडाफोड़ पुणे और नई दिल्ली में दो दिवसीय छापों में 2,500 करोड़ रुपये मूल्य के 1,100 किलोग्राम मेफेड्रोन, जिसे इसके स्ट्रीट नाम 'म्याऊं म्याऊं' के नाम से भी जाना जाता है, जब्त किए जाने के एक हफ्ते बाद हुआ है। जबकि पुणे में 700 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त किया गया था और दिल्ली में 400 किलोग्राम प्रतिबंधित दवा पाई गई थी।