By अंकित सिंह | Sep 27, 2022
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्रियों में से एक आशा पारेख को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। दादा साहब फाल्के पुरस्कार को फिल्म जगत का सबसे बड़ा सम्मान माना जाता है। यह पुरस्कार राष्ट्रपति के हाथों प्रदान किया जाता है और दादा साहब फाल्के की जयंती पर इसे आयोजित किया जाता है। 1969 में पहली बार इससे दिया गया था। यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा सिनेमा में बेहतरीन योगदान के लिए दिया जाता है। दादा साहब फाल्के को भारतीय सिनेमा का जनक भी कहा जाता है। वह एक बेहतरीन फिल्म निर्माता थे जिन्होंने भारत की पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र का निर्देशन किया था।
अनुराग ठाकुर के मुताबिक आशा पारेख के नाम पर सर्वसम्मति से फैसला हुआ है। पुरस्कार चयन के लिए बोर्ड में जो लोग शामिल हैं उनमें आशा भोंसले, हेमा मालिनी, उदित नारायण जैसे कलाकार हैं। ठाकुर ने बताया कि ये हमारे लिए गर्व का विषय है कि इस वर्ष दादा साहब फाल्के पुरस्कार अभिनेत्री आशा पारेख को मिल रहा है। उन्होंने 10 वर्ष की आयु में फिल्मों में काम करना शुरू किया। उन्होंने 95 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। पृथ्वीराज कपूर, नौशाद, सत्यजीत रे, राज कपूर, अशोक कुमार, लता मंगेशकर, भूपेन हजारीका, मजरूह सुल्तानपुरी, दिलीप कुमार, बीआर चोपड़ा, ऋषिकेश मुखर्जी, आशा भोंसले, यश चोपड़ा, देवानंद, मृणाल सेन, श्याम बेनेगल, प्राण, गुलजार, मनोज कुमार, विनोद खन्ना, अमिताभ बच्चन, रजनीकांत जैसे कलाकारों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। दादा साहब फाल्के पुरस्कार 30 सितंबर को दिया जाएगा।
आशा पारेख ने अपने करियर की शुरुआत बतौर बाल कलाकार के रूप में शुरू की थी। उन्होंने 1952 में मां फिल्म में काम किया था। दिल देके देखो फिल्म से उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। जब प्यार किसी से होता है, घराना, जिद्दी, तीसरी मंजिल, लव इन टोक्यो, आए दिन बहार के, उपकार, बहारों के सपने, कन्यादान, प्यार का मौसम, चिराग, आया सावन झूम के, आन मिलो सजना, कटी पतंग, जख्मी, मैं तुलसी तेरे आंगन की जैसे महत्वपूर्ण फिल्मों में उन्होंने काम किया है। राजेश खन्ना और धर्मेंद्र के साथ इनकी जोड़ी को दर्शकों ने पसंद किया था। इसके अलावा उन्होंने देवानंद और शम्मी कपूर जैसे स्टार्स के साथ भी काम किया है। 1992 में इन्हें भारत सरकार की ओर से पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है।