By अंकित सिंह | Jan 10, 2025
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले क्षितिज पर उभरा इंद्रधनुषी विपक्षी इंडिया गठबंधन अब तूफान की राह पर है। इसमें दिल्ली चुनाव के बीच जबरदस्त बिखराव देखने को मिल रहा है। आप और कांग्रेस आमने-सामने हैं। वहीं, गठबंधन में शामिल दलों की ओर से कुछ ऐसे बयान सामने आए हैं जिसके बाद गठबंधन को लेकर संशय बढ़ गया है। सीपीआई महासचिव डी राजा ने भी स्वीकार किया है कि विपक्ष बंटा हुआ है। एक बयान में उन्होंने कहा कि लोगों को पता है कि दिल्ली चुनाव में आप अपने दम पर चुनाव लड़ रही है, कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ रही है।
राजा ने कहा कि वामपंथी दल जहां भी लड़ने में सक्षम हैं वहां चुनाव लड़ रहे हैं और अन्य पार्टियों में से कुछ पार्टियों ने आप को समर्थन देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि ऐसे में तो, यह एक सच्चाई है कि इंडिया गुट विभाजित है। जहां तक वाम दलों का सवाल है, पटना में हुई पहली बैठक के बाद से हम इस राजनीतिक विचारधारा पर चल रहे हैं कि हमारा प्राथमिक उद्देश्य भाजपा को हराना होना चाहिए। उन्होंन कहा कि हमारा पूरा प्रयास सभी स्तरों पर धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक दलों को एकजुट करना होना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं होता। लेकिन वामपंथी इस बात का प्रयास करेंगे कि धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक दलों को कैसे एकजुट किया जाए, जहां भी आवश्यक हो, भाजपा की हार सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत, सामूहिक लड़ाई लड़ी जाए।
दूसरी ओर इंडिया गठबंधन में दरार का भाजपा मजे ले रही है। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर सरकार बनाई है और झूठ फैलाने और अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए कई बार टीम बनाई है। उन्होंने कहा कि टीएमसी और समाजवादी पार्टी का दिल्ली से कोई लेना-देना नहीं है, वे अरविंद केजरीवाल की तरह ही लोगों को लूटते हैं और झूठ बोलते हैं। बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि यह कोई INDI गठबंधन नहीं था, यह एक 'ठगबंधन' था, जिसे स्वार्थी विचारधारा वाले राजनीतिक दलों ने जनता के वोटों को ठगने के लिए बनाया था।
उन्होंने हमला जारी रखते हुए कहा कि वे चुनाव में अपनी हार बर्दाश्त नहीं कर सके। बीजेपी ने पहले ही कहा था कि वे पहले मिलेंगे और एक होंगे, फिर आपस में लड़ेंगे और हारने के बाद बिखर जायेंगे। वे जनता के अविश्वास का पात्र बन गये हैं। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि सबसे पहले समाजवादी पार्टी ने राहुल गांधी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया और आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया। इसके बाद टीएमसी ने भी यही किया। कल तेजस्वी यादव ने कहा था कि इंडिया गठबंधन सिर्फ लोकसभा के लिए था।