By अंकित सिंह | Nov 14, 2024
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने गुरुवार को घुसपैठियों को लेकर एक ऐसा बयान दिया जिससे सियासी पारा चढ़ गया है। गुलाम अहमद मीर ने घुसपैठियों को लेकर भाजपा के रुख पर सवाल उठाया और पूछा कि इस शब्द से पार्टी का क्या मतलब है। मीर ने कहा कि केंद्र में 10 साल तक सत्ता में रहने के बावजूद बीजेपी घुसपैठियों की पहचान नहीं कर पाई है। बीजेपी को बताना होगा कि घुसपैठिए कौन हैं। एक अन्य विवादास्पद टिप्पणी में, उन्होंने कहा कि यदि इंडिया ब्लॉक सत्ता आती है ना हिंदू देखा जाएगा ना मुसलमान और घुसपैठियों को भी 450 रुपये में सिलेंडर देंगे।
मीर की यह टिप्पणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा झारखंड में एक रैली में की गई घोषणा के कुछ ही दिनों बाद आई है कि यदि भाजपा चुनी जाती है, तो वह आदिवासियों की भूमि को घुसपैठियों से बचाने के लिए उपाय करेगी। सोमवार को सरायकेला में एक रैली में बोलते हुए, शाह ने कहा कि भाजपा आदिवासी महिलाओं से शादी करने वाले "घुसपैठियों" को भूमि हस्तांतरण को रोकने के लिए एक कानून लाएगी। अब भाजपा ने गुलाम अहमद मीर के इस बयान को मुद्दा बना लिया है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस झारखंड में घुसपैठियों को गैस सिलेंडर देने की घोषणा कर रही है। कांग्रेस के झारखंड प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर कह रहे हैं कि हम घुसपैठियों को 450 रुपये में सिलेंडर देंगे। ये वो घुसपैठिए हैं जो बांग्लादेश से हमारे देश में आए हैं। मैं कहना चाहता हूं कि राज्य खतरे में है और आप सभी को इसे बचाना है। अमित शाह ने कहा कि आरोप लगाया कि झारखंड में हेमंत सोरेन की नाक के नीचे घुसपैठ होने की वजह से आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) की आबादी कम हो रही है, लेकिन कल्पना सोरेन उनसे ही वोट मांग रही हैं।