बुधवार को महाराष्ट्र के समुद्री तट से टकराएगा निसर्ग तूफान, तटीय इलाकों में NDRF की टीमें तैनात

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 02, 2020

नयी दिल्ली। निसर्ग चक्रवात बुधवार को महाराष्ट्र के समुद्री तट से टकराएगा और इस दौरान हवा की गति 100-110 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने का अनुमान है, जोकि 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार तक जा सकती है। इसके अलावा मुंबई और राज्य के अन्य तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ ही तूफान आने की भी आशंका है। गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी। महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर जैसे तटीय जिले तूफान से प्रभावित हो सकते हैं। इसके साथ ही गुजरात के वलसाड, नवसारी, सूरत, भावनगर और भरुच जिलों के अलावा केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नागर हवेली और दमन एवं दीव के भी तूफान से प्रभावित होने की आशंका है। गृह मंत्रालय के बयान के मुताबिक, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की एक बैठक में आसन्न चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की गई। इसमें कहा गया कि चक्रवात के महाराष्ट्र के तट से बुधवार दोपहर अथवा शाम तक टकराने की आशंका है। इस दौरान राज्य के तटीय जिलों में तेज हवाओं के साथ ही भारी बारिश और एक से दो मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने महाराष्ट्र, गुजरात, दादरा एवं नागर हवेली और दमन एवं दीव में 40 दल को तैनात किया है। अतिरिक्त दल को भी हवाई मार्ग से पहुंचाया जा रहा है। भारतीय सेना और नौसेना के राहत एवं बचाव दलों को भी पोत और वायुसेना के विमानों के साथ तैयार रखा गया है। राज्य सरकारों और केन्द्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों ने एनसीएमसी को अपनी तैयारियों से अवगत कराया। साथ ही उन्होंने जरूरी सामानों के पर्याप्त भंडार होने का आश्वासन दिया और सभी आपात सेवाओं की पूरी तरह मुस्तैद होने की भी जानकारी दी। राज्य और केंद्रीय एजेंसियों की तैयारियों का जायजा लेने के बाद गौबा ने चक्रवात के रास्ते में आने वाले सभी निचले इलाकों में रहने वालों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश भी दिए। 

 

इसे भी पढ़ें: PM मोदी ने चक्रवात ‘निसर्ग’ के मद्देनजर महाराष्ट्र, गुजरात के मुख्यमंत्रियों से की बात


राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों से यह भी कहा गया कि कोविड-19 मरीजों के लिये जरूरी चिकित्सा सेवा बाधित नहीं हो, इसके लिये विशेष प्रयास किये जाएं। एजेंसियों को बिजली, दूरसंचार, परमाणु, रसायन, विमानन और शिपिंग अवसंरचना और परिसंपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आकस्मिक योजना तैयार रखने का भी निर्देश दिया गया है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई इस बैठक में महाराष्ट्र और गुजरात के अतिरिक्त मुख्य सचिव और दादरा एवं नागर हवेली तथा दमन और दीव के प्रशासक के सलाहकार ने भाग लिया। बैठक में गृह मंत्रालय, जहाजरानी, बिजली, रेलवे, दूरसंचार, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, परमाणु ऊर्जा, रसायन और पेट्रो रसायन, नागरिक उड्डयन, स्वास्थ्य, आईएमडी, आईडीएस, एनडीएमए और एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। बयान में कहा गया है कि उभरती स्थिति का जायजा लेने के लिए एनसीएमसी की फिर से बैठक होगी।

प्रमुख खबरें

खालिस्तानियों को खत्म करने के लिए India के साथ आया न्यूजीलैंड, जाने फिर क्या हुआ अंजाम

Maharashtra Elections: शराब के शौकीनों के लिए बुरी खबर, मुंबई समेत कई शहरों में चार दिनों तक Dry Day का ऐलान

जब आधी दुनिया सो रही थी, तब भारत ने रात में दागा सबसे खतरनाक हथियार, कई देशों में भगदड़

सीएम पिनरई विजयन पर बरसी कांग्रेस और IUML, लगाया भाजपा-आरएसएस का साथ देने का आरोप