By रितिका कमठान | Aug 20, 2023
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की नई टीम की घोषणा कर दी है। मल्लिकार्जुन खरगे ने इस टीम में कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खरगे को चुनौती देने वाले लोकसभा सदस्य शशि थरूर को भी जगह दी है। वहीं राजस्थान में बागी तेवर दिखाने वाले राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट को भी टीम में जगह मिली है।
नवगठित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का पुनर्गठन खरगे ने किया है, जिसमें कुल 39 सदस्य हैं। इसमें 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य (चार पदेन सदस्यों समेत) हैं। कांग्रेस ने नई कांग्रेस कार्य समिति की लिस्ट भी जारी कर दी है। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी, सचिन पायलट, आनंद शर्मा समेत कई नेताओं को शामिल किया गया है। इस सूची में वो नेता भी शामिल हैं जो लंबे अर्से से पार्टी से नाराज चल रहे थे। बता दें कि कांग्रेस कार्य समिति पार्टी में अहम फैसले लेने वाली बड़ी कमेटी है।
इन लोगों को मिली जगह
कांग्रेस कार्य समिति में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, एके एंटनी, अंबिका सोनी, अधीर रंजन चौधरी, दिग्विजय सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी, आनंद शर्मा के अलावा कुल 39 नेताओं को जगह मिली है। उनके अलावा कुल 32 स्थाई आमंत्रित सदस्य, 9 विशेष आमंत्रित सदस्य, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस और सेवा दल के अध्यक्षों को समिति में जगह मिली है।
शशि थरूर का हुआ चयन
शशि थरूर ने समिति में शामिल होने के बाद ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, मुझे कार्य समिति में नामित करने के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी और केंद्रीय नेतृत्व के फैसले से मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पिछले 138 वर्षों में पार्टी के मार्गदर्शन में सीडब्ल्यूसी द्वारा निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका से अवगत हूं। मैं अपने समर्पित सहयोगियों के साथ पार्टी की सेवा करने के अवसर को लेकर उत्सुक हूं।’’ उन्होंने कहा, हममें से कोई भी उन लाखों प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं के बिना कुछ भी हासिल नहीं कर सकता जो पार्टी के प्राण हैं। आज सबसे पहले, मैं उन्हें नमन करता हूं। अनगिनत भारतीय जो अधिक समावेशी और स्वीकार्य भारत चाहते हैं, वे हमारे द्वारा सर्वश्रेष्ठ योगदान के हकदार हैं।’’ थरूर उन 23 नेताओं के समूह का हिस्सा थे जिन्होंने करीब तीन साल पहले सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। खरगे ने पिछले साल अक्टूबर में हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में थरूर को 6,825 मतों के अंतर से पराजित किया। खरगे को 7,897 वोट मिले थे तथा थरूर को 1,072 वोट हासिल हुए थे। उस चुनाव में 9,385 वोट पड़े थे और इनमें से 416 वोट अवैध करार दिए गए थे।
सचिन पायलट भी शामिल
इस वर्ष के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने है। राजस्थान विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को सीडब्ल्यूसी में शामिल किया गया। सीडब्ल्यूसी की घोषणा के बाद पायलट ने रविवार को कांग्रेस नेतृत्व का आभार जताया और कहा कि वह कांग्रेस की रीति-नीति व विचारधारा को सशक्त करते हुए उसे और अधिक मजबूती से जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कांग्रेस कार्य समिति का सदस्य बनाए जाने पर मैं आदरणीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी जी एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जी का आभार व्यक्त करता हूं। हम सभी कांग्रेस की रीति-नीति व विचारधारा को सशक्त करते हुए उसे और अधिक मजबूती से जन-जन तक पहुंचाएंगे।’’ उन्हें यह जिम्मेदारी राजस्थान में इस साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दी गई है। पायलट ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मतभेदों को भुलाकर आगे बढ़ने का गत आठ जुलाई को स्पष्ट संकेत दिया था और कहा था कि सामूहिक नेतृत्व ही चुनाव में आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है और पार्टी के सभी नेता एकजुट होकर लड़ेंगे।
पायलट ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में यह भी कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनसे कहा है कि ‘भूलो, माफ करो और आगे बढ़ो’ तथा खरगे की यह बात उनके लिए एक सुझाव होने के साथ ही पार्टी अध्यक्ष का निर्देश भी है। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी उस वक्त की थी, जब इससे कुछ दिनों पहले खरगे और राहुल गांधी ने प्रदेश के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की थी, जिसमें एकजुट होकर आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला हुआ था। इस बैठक के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने यह संकेत दिया था कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित नहीं करेगी।