द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में जमकर हुई क्रॉस वोटिंग, अंतरात्मा की आवाज सुनने वाले नेताओं को भाजपा ने कहा- धन्यवाद

By अंकित सिंह | Jul 22, 2022

भारत के 16वें राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आ गए हैं। नतीजों के बाद द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनने जा रही हैं। द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया है। द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में जमकर क्रॉस वोटिंग में हुई है। भाजपा सूत्रों का दावा है कि लगभग 125 विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की। दावा तो यह भी किया जा रहा है कि लगभग 17 सांसदों ने भी क्रॉस वोटिंग के जरिए द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया। यही कारण है कि एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने जबरदस्त तरीके से जीत हासिल की है। इन सबके बीच बिहार में भी इसको लेकर राजनीति जारी है। भाजपा का दावा है कि बिहार में राजद के 8 विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की है। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के उन सभी 8 विधायकों को बहुत-बहुत आभार जिन्होंने यशवंत सिन्हा जी के आह्वान पर अपनी अंतरात्मा के कहने पर महामहिम श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को वोट किया।

 

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आपको बता दें कि बिहार में विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का ऐलान किया गया था। राजद नेता तेजस्वी यादव ने यह भी कहा था कि द्रौपदी मुर्मू की ओर से कोई संवाद नहीं किया गया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया था कि हम राष्ट्रपति भवन में मूर्ति नहीं चाहते हैं। उन्होंने पूछा था कि किसी ने कभी मुर्मू जी को कुछ बोलते सुना है। उन्होंने यह भी कहा था कि कम से कम हम यशवंत सिन्हा को सुन रहे हैं और वर्तमान में मुद्दों पर उनकी क्या राय है, यह भी हम जान रहे हैं। इसके बाद बिहार की राजनीति गर्म हो गई थी। भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पलटवार करते हुए दसवीं की मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का उदाहरण दिया था। उन्होंने 1990 के दशक के अंत में चारा घोटाले में नाम आने पर लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री पद छोड़ने और उनकी पत्नी राबड़ी देवी के अचानक राजनीति में प्रवेश करने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘तेजस्वी यादव ने अपने परिवार में ही देखा है कि किस तरह एक अशिक्षित गृहिणी को पार्टी में अनेक अनुभवी नेताओं की अनदेखी कर सर्वोच्च पद पर बैठा दिया गया।’’ 

 

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जमकर हुई क्रॉस वोटिंग

विभिन्न राज्यों के कई विधायकों ने अपने दलों के रुख के विपरीत जाकर राष्ट्रपति पद के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया और उन्हें विपक्षी खेमे के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को पराजित करने में मदद की। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों ने दावा किया कि 125 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। मतगणना में भी सामने आया है कि मुर्मू को 17 सांसदों की क्रॉस वोटिंग का लाभ मिला। असम, झारखंड और मध्यप्रदेश के विपक्षी दलों के विधायकों की अच्छी खासी संख्या ने भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया। माना जा रहा है कि असम के 22 और मध्य प्रदेश के 20 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। बिहार में 7 से 8 और छत्तीसगढ़ में छह, गोवा के चार और गुजरात के 10 विधायकों ने भी क्रॉस वोटिंग की होगी।

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