By रितिका कमठान | Dec 26, 2023
देश और दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा होने लगा है। देश के अलग अलग राज्यों में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। बिहार, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, समेत कई राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। इसी के साथ मंगलवार को देश भर में एक्टिव मामलों की संख्या 4100 से अधिक हो गई है। लगातार तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यों ने भी अलग अलग गाइडलाइंस जारी कर दी है।
बिहार सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से सख्ती को बढ़ाने का फैसला किया है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग ने फैसला किया है कि बुखार, खांसी और सांस संबंधित मरीजों की कोविड जांच अनिवार्य तौर पर करवाई जाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर जीनोम सीक्वेंसिंग भी करवाई जाएगी। कोरोना के नए मामले बढ़ने के बाद नई गाइलाइन जारी की गई है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के चार मामले सामने आ चुके है। नए मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दिशानिर्देश जारी किए है, जिसके अनुसार लोगों को बाहर निकलने के दौरान मास्क लगाने की सलाह दी गई है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और लोगों से हाथ ना मिलाने की अपील की गई है, ताकि कोरोना के मामलों पर बढ़ने से रोका जा सके।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग किए जाने के निर्देश दिए गए है। सभी संक्रमित मामलों को लैब में भेजा जाएगा। दिल्ली में वर्तमान में जिनोम सिक्वेंसिंग की दर एक प्रतिशत से भी कम है। देश में कोविड-19 के नये स्वरूप जेएन.1 का पता चलने के बाद हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस से जुड़े लक्षण वाले रोगियों की जांच और अन्य आवश्यक कदम उठाने के संबंध में राज्य के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के लिए परामर्श जारी किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारत में कोविड-19 के नये स्वरूप (वेरियंट) जेएन.1 के 69 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। ऊना के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजीव कुमार ने मंगलवार को कहा कि जुकाम, बुखार या खांसी के लक्षणों वाले लोगों को कोविड-19 की जांच कराने की सलाह दी गई है। उन्होंने लोगों से मास्क पहनने का भी अनुरोध किया। चिकित्सकों ने कहा कि इंफ्लुएंजा, खांसी, जुकाम, गले में कड़वाहट, नाक बहना, सिरदर्द और बुखार होने पर सभी रोगियों को तत्काल आरटी-पीसीआर जांच करानी चाहिए।
देश में ऐसा है कोरोना का हाल
भारत में कोरोना वायरस के उप-स्वरूप ‘जेएन.1’ के छह और मामले सामने आए हैं जिससे देश में ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 69 हो गई है। उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकतर मरीज फिलहाल घर पर पृथक-वास में हैं और अस्पताल में भर्ती होने की दर में कोई वृद्धि नहीं हुई है। अधिकारियों ने कहा था कि भले ही मामलों की संख्या बढ़ रही है और देश में ‘जेएन.1’ उप-स्वरूप का पता चला है, लेकिन तत्काल चिंता का कोई कारण नहीं है क्योंकि संक्रमित लोगों में से 92 प्रतिशत लोग घर में रहकर ही उपचार का विकल्प चुन रहे हैं, जिससे पता चलता है कि नए उप-स्वरूप के लक्षण हल्के हैं।