By अभिनय आकाश | Dec 24, 2021
उत्तर प्रदेश में सत्ता के लिए चुनावी संघर्ष जारी है। 2022 के चुनाव को लेकर तमाम पार्टियां अपना पूरा दम लगा रही हैं। रैलियां हो रही हैं, भीड़ जुट रही है। ऐसे में जनता ओमीक्रोन से संक्रमित न हो जाए इसके लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनावी रैलियों को लेकर बड़ी बात कही है। हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री और चुनाव आयुक्त से ओमीक्रोन की दहशत को देखते हुए यूपी में चुनावी रैलियां जनसभा पर रोक लगाने का अनुरोध किया है। हाईकोर्ट ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में इस तीसरी लहर से जनता को बचाने के लिए रैलियों पर रोक लगाएं। संभव हो सके तो फरवरी में होने वाले चुनाव को एक-दो माह के लिए टाल दें।
यूपी में रैलियों पर लगेगी रोक?
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पीएम नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग आयुक्त से अनुरोध किया है कि वो राजनीतिक पार्टियों की भीड़ पर रोक लगाएं। हाईकोर्ट ने सुझाव दिया है कि टीवी और समाचार पत्रों के चुनाव प्रचार किये जाएं।
जान है तो जहान है
हाईकोर्ट ने पीएम से भी भावनात्मक अपील की है। न्यायमूर्ति ने कहा है कि चुनावी सभाएं और रैलियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएं। प्रधानमंत्री चुनाव टालने पर भी विचार करें, क्योंकि जान है तो जहान है।
पंचायत चुनाव और बंगाल चुनाव का जिक्र
हाईकोर्ट ने कहा कि दूसरी लहर में हमने देखा था कि लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हुए और लोगों की मृत्यु हुई। ग्राम पंचायत के चुनाव और बंगाल विधानसभा चुनाव ने लोगों को काफी संक्रमित किया। जिससे लोग मौत के मुंह में गए। आज फिर से यूपी विधानसभा चुनाव निकट हैं।