By निधि अविनाश | Apr 15, 2020
नई दिल्ली। जहां एक जगह अमेरिका कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ता नजर आ रहा है वहीं अब अमेरिका में सियासी संघर्ष भी छिड़ने लगा है। बता दे कि अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले हर दिन बढ़ते जा रहे है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रू कूमो के बीच आपसी संघर्ष छिड़ने लगा है। आपको बता दे कि अमेरिका में जहां एक तरफ कोरोना के खिलाफ जंग लड़ी जा रही है वहीं अमेरिका के कई राज्यों के गवर्नरों में विवाद भी बढ़ता जा रहा है।
कोरोना और सियासी संघर्ष के बीच संकटों में घिरता जा रहा अमेरिका
डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान के बाद यह विवाद और बढ़ता जा रहा है। ट्रंप ने कोरोना संकट के बीच कहा था कि देश के राष्ट्रपति होने की वजह से देश में प्रतिबंध हटाने का अधिकार उनके पास है। उनके इस बयान के बाद न्यूयॉर्क के गवर्नर ने उनका कड़ा विरोध किया और कहा कि ट्रंप सिर्फ राष्ट्रपति हैं राजा नहीं। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य न्यूयॉर्क के गवर्नर ने कहा कि इस वक्त ट्रंप को तानाशाही से बचना चाहिए और वह एक राष्ट्रपति हैं देश के राजा नहीं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि खतरनाक कोरोना वायरस से किसी डेमोक्रेट या रिपब्लिकन की जान नहीं बल्कि अमेरिकी की जान जाएगी। ट्रंप के इस बयान का कई राज्यों के गवर्नरों ने विरोध किया और कहा कि "हम खुद तय करेंगे कि हमें कब ये प्रतिबंध हटाना है"।
ट्रंप और गवर्नरों के बीच टकराव
अमेरिका में बढ़ते सियासी टकराव की वजह यह है कि कोरोना वायरस के कारण अमरिका के कई राज्य लॉकडाउन हो चुके है। लॉकडाउन की वजह से अमरिकी अर्थव्यवस्था पर काफी असर भी पड़ रहा है। इसी को देखते हुए ट्रंप को राज्यों से अपेक्षा है कि वह यह लॉकडाउन हटा दे। लेकिन राज्यों के गवर्नरों का ये मानना है कि तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के बीच ऐसा फैसला लेना बिल्कुल सही नहीं होगा। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसा बयान दिया जिससे सियासी संघंर्ष बढ़ता जा रहा है। ट्रंप के मुताबिक उनके पास यह अधिकार है कि वह राज्यों से लॉकडाउन प्रतिबंध कभी भी हटाने का अधिकार रखते है। ट्रंप के इस बयान के बाद न सिर्फ डेमोक्रेट्स बल्कि रिपब्लिकन गवर्नरों ने काफी विरोध किया है। गवर्नरों के मुताबिक ट्रंप का ये बयान अमेरिकी संविधान विरोधी है। अमेरिकी संविधान के अनुसार लोक स्वास्थ्य और जन सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्यों के गवर्नर की होती है। ट्रंप के इस बयान का विरोध न सिर्फ न्यूयॉर्क बल्कि न्यूजर्सी, पेनसिलविनिया ,कनेक्टिकट, डेलावर और रोड आइलैंड के गवर्नरों ने भी किया है।